घी और काली मिर्च का मेल क्यों है खास?
पाचन तंत्र को मजबूत बनाए
काली मिर्च में पिपरिन नामक तत्व होता है जो पाचन एंजाइम्स की क्रिया को तेज करता है। घी आंतों को चिकनाहट और पोषण देता है। जब इन दोनों का मेल लिया जाए, तो अपच, गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। पूरे परिवार का पेट रहेगा हल्का और साफ।सर्दी-जुकाम से राहत दिलाए
मॉनसून या सर्दियों में जब घर में सर्दी-जुकाम फैलने लगता है, तो काली मिर्च वाला गर्म घी रामबाण की तरह काम करता है। यह बलगम को पतला करता है और नाक-जुकाम में आराम देता है।इम्यून सिस्टम को बनाएं फौलादी
काली मिर्च में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को संक्रमणों से बचाते हैं। वहीं घी शरीर में विटामिन A, D, E, K को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है, जिससे इम्यूनिटी मजबूत होती है।हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभकारी
घी में कैल्शियम अवशोषण की क्षमता होती है, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं। अगर इसे रोजाना लिया जाए तो बुजुर्गों को घुटनों के दर्द और बच्चों को हड्डी के विकास में लाभ होता है।त्वचा और बालों में निखार लाए
घी स्किन को अंदर से हाइड्रेट करता है और काली मिर्च रक्तसंचार को सुधारती है। इस मेल का सेवन करने से चेहरे पर ग्लो आता है और बालों की जड़ें भी मजबूत होती हैं।सेवन का तरीका (How to Take It Daily)
एक चम्मच देसी घी लें (हर व्यक्ति के लिए अलग)
उसमें 1 चुटकी ताजी पिसी हुई काली मिर्च मिलाएं
इसे गर्म रोटी पर लगाएं या ऐसे ही खाली पेट सुबह लें
चाहें तो दाल में तड़का लगाकर भी सेवन किया जा सकता है
काली मिर्च और घी का सेवन किन्हें नहीं करना चाहिए
छोटे बच्चों (2 वर्ष से कम)।
एसिडिटी या गैस से पीड़ित लोग।
जिन्हें गर्म चीजों से एलर्जी है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।