मां का चश्मा
उम्र बढ़ने के साथ नजर कमजोर होना आम बात है, लेकिन अक्सर आपने अपनी मम्मी को देखा होगा कि वे अपने पुराने चश्मे से ही काम चलाती रहती हैं। अगर चश्मे की पावर बदल गई है और उसे अपडेट नहीं किया गया है, तो इससे सिरदर्द, आंखों में जलन और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।कितने महीनों में बदलें चश्मा
- स्क्रैच आने पर ग्लास को तुरंत बदल दें
- अगर स्क्रैच न हों, तो भी कम से कम सालभर में एक बार चश्मा बदलना ठीक रहता है।
- इसके अलावा साल में 2–3 बार आंखों का चेकअप करवाना बेहतर होता है।
- बेहतर सलाह के लिए किसी एक्सपर्ट से भी राय लें।
मां का टूथब्रश
टूथब्रश एक ऐसी चीज है जिसे लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इसलिए समय-समय पर बदलना बेहद ज़रूरी है। लेकिन अक्सर मांएं पुराने ब्रश से ही महीनों तक काम चलाती रहती हैं। इससे दांतों और मसूड़ों की सफाई ठीक से नहीं हो पाती, और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।इस मदर्स डे पर एक अच्छा टूथब्रश और माउथवॉश गिफ्ट करना एक हेल्दी और उपयोगी तोहफा हो सकता है।कितने महीनों में बदलें टूथब्रश
- टूथब्रश को हर तीन से चार महीने में बदल देना चाहिए।
- टूथब्रश की क्वालिटी और ब्रिसल की नरमी का ध्यान रखें।
- माउथवॉश की एक्सपायरी डेट भी जरूर चेक करें।
मां की चप्पल
पैरों का आराम पूरे शरीर के आराम से जुड़ा होता है, और मां की चप्पलें कई बार इतनी घिस चुकी होती हैं कि उन्हें पहनना नुकसानदेह हो सकता है।गलत चप्पल या खराब सोल से घुटनों, एड़ी और रीढ़ की हड्डी पर असर पड़ सकता है।मदर्स डे के खास मौके पर आरामदायक, ऑर्थोपेडिक चप्पल दिलवाकर आप उनके चलने-फिरने में आसानी ला सकते हैं।चप्पल की क्वालिटी का ध्यान रखें
- अच्छी क्वालिटी की चप्पल चुनें जो पैरों को आराम दे।
- जूती और सोल की मजबूती और कुशनिंग देखें।
- चप्पल का साइज और फिटिंग सही हो।
स्किन केयर प्रोडक्ट्स
मां की त्वचा को भी देखभाल की उतनी ही जरूरत होती है जितनी किसी और को, बल्कि उम्र के साथ और भी ज्यादा।लेकिन मां खुद के लिए बहुत कम चीजें खरीदती हैं और कई बार एक्सपायर्ड या बेअसर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करती रहती हैं।
इस मौके पर आप उनकी स्किन टाइप के हिसाब से अच्छी क्वालिटी के मॉइश्चराइजर, सनस्क्रीन, क्रीम और पाउडर गिफ्ट कर सकते हैं ।यह एक “सेल्फ-केयर का तोहफा” हो सकता है।
स्किन केयर प्रोडक्ट्स में ध्यान दें
- प्रोडक्ट्स की एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें।
- सामग्री (इन्ग्रेडिएंट्स) ऐसी हो जो उनकी त्वचा के अनुकूल हो।
- स्किन टोन और टाइप से मैच जरूरी करें।
गैजेट्स
आज के डिजिटल जमाने में मां के पास सही और सहज गैजेट्स होना जरूरी है चाहे वो सिंपल स्मार्टफोन हो, ब्लड प्रेशर मॉनिटर, स्मार्टवॉच या कोई किचन अप्लायंस।कई बार पुराने या खराब गैजेट्स उनके लिए परेशानी का कारण बनते हैं।आप यह सुनिश्चित करें कि उनके रोजमर्रा के इस्तेमाल की हर डिवाइस ठीक से काम कर रही हो और जरूरत पड़ने पर उसे अपग्रेड करवा दें। इससे उनका जीवन न केवल आसान होगा, बल्कि टेक्नोलॉजी से जुड़ने में भी मदद मिलेगी।फोन में जरूर करें ये ऐप अपडेट
- गैजेट्स की क्वालिटी और फीचर्स का ध्यान रखें।
- हेल्थ ट्रैकिंग, अलार्म, मेडिटेशन या रिमाइंडर ऐप्स इंस्टॉल करें, जो उनके लिए उपयोगी हों।