ताड़ासन (Tadasana)
यह योगासन शरीर को लंबा और सीधा बनाता है। रोजाना सुबह केवल 2-3 मिनट इसका अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है और शरीर में संतुलन आता है। यह आत्मविश्वास बढ़ाने में भी मदद करता है और शरीर की लंबाई बढ़ाने में सहायक माना जाता है।भुजंगासन (Bhujangasana )
यह आसन पेट के बल लेटकर किया जाता है, जिसमें ऊपरी शरीर को उठाया जाता है। यह पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत करता है, रीढ़ को लचीलापन देता है और कमर दर्द से राहत दिलाने में बेहद असरदार है। साथ ही इससे बॉडी पोश्चर बेहतर होता है।मार्जारीआसन (Marjaryasana)
इस योगासन को करने से रीढ़ की हड्डी अधिक लचीली बनती है और पीठ की मांसपेशियों का तनाव कम होता है। यह आसन थकान को भी दूर करता है और शरीर को सही मुद्रा में लाने में मदद करता है। विशेषकर जो लोग घंटों कुर्सी पर बैठते हैं, उनके लिए यह बेहद फायदेमंद है।अधोमुख शवासन (Adho Mukha Svanasana)
यह एक संपूर्ण बॉडी स्ट्रेचिंग योगासन है जो पीठ और टांगों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। कंधों को स्थिर करता है और पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार करता है। इससे शरीर हल्का महसूस होता है और पोश्चर भी सुधरता है।वीरभद्रासन (Virabhadrasana)
इस पोज में शरीर को स्थिर रखने के साथ-साथ संतुलन भी बनाया जाता है, जिससे कमर, पैर और कंधों की ताकत बढ़ती है। यह योगासन शरीर को टोन करने के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ाता है और पोश्चर को सधा हुआ बनाता है।पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
यह बैठकर किया जाने वाला योगासन रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह से स्ट्रेच करता है। इससे पीठ की जकड़न दूर होती है, मानसिक तनाव कम होता है और शरीर लचीला बनता है। यह आसन मन को भी शांति देता है।शवासन (Shavasana)
हर योग सेशन के अंत में यह आसन जरूर किया जाना चाहिए। यह शरीर और मस्तिष्क को पूरी तरह से रिलैक्स करता है। इससे मांसपेशियां ढीली होती हैं, थकान मिटती है और शरीर का पोश्चर प्राकृतिक रूप से संतुलित होता है।योग के साथ डाइट का भी रखें ध्यान
योग का असर तब और गहरा होता है जब उसे संतुलित और पोषक आहार के साथ किया जाए। सही खानपान मांसपेशियों को ताकत देता है, हड्डियों को मजबूत करता है और पूरे शरीर को एनर्जेटिक बनाए रखता है।डाइट में ये चीजें जरूर शामिल करें
प्रोटीन: अंडा, दालें, पनीर, टोफू और सोया आपके मसल्स को रिपेयर और टोन करने में मदद करते हैं।कैल्शियम: दूध, दही, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां और बाजरा हड्डियों को मजबूत रखते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अखरोट, चिया सीड्स और अलसी शरीर की सूजन को कम करते हैं और जोड़ों में लचीलापन बनाए रखते हैं।
हाइड्रेशन: दिनभर कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर डिटॉक्स हो सके।
विटामिन D: सुबह की हल्की धूप लें या डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट लें ताकि हड्डियों में मजबूती बनी रहे।