पुराने लखनऊ में सबसे अधिक 25 अवैध अपार्टमेंट, नोटिस जारी
लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में सबसे अधिक परियोजनाएं
उत्तर प्रदेश में लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में रियल एस्टेट परियोजनाओं की अधिक संख्या पंजीकृत की गई है। लखनऊ में 61 परियोजनाओं का पंजीकरण हुआ है, जिनमें लगभग 54,000 घरों का निर्माण किया जाएगा। गौतमबुद्ध नगर में 51 परियोजनाओं का पंजीकरण हुआ है, जिनमें 1,10,000 से अधिक घरों का निर्माण होने की संभावना है। रेरा के अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने कहा कि, ‘‘यह परियोजनाएं प्रदेश के विकास को नई दिशा देंगी और लगभग 2 लाख 70 हजार से अधिक परिवारों को अपने घर मिल सकेंगे। इन परियोजनाओं में लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा।’’निवेश और परियोजनाओं का क्षेत्रफल
लखनऊ की परियोजनाओं का अनुमानित निवेश 6,140 करोड़ रुपये है और कुल भूमि का क्षेत्रफल 10 लाख वर्गमीटर के करीब होगा। वहीं, गौतमबुद्ध नगर की परियोजनाओं का अनुमानित निवेश 21,000 करोड़ रुपये है, जबकि कुल भूमि का क्षेत्रफल 13.5 लाख वर्गमीटर के आसपास है।लखनऊ में 83 अवैध अपार्टमेंट पर चलेगा बुलडोजर, एलडीए ने जारी किया नोटिस – 800 से ज्यादा परिवारों पर संकट
गाजियाबाद में भी हो रही है रियल एस्टेट विकास
गाजियाबाद में भी रियल एस्टेट परियोजनाओं का पंजीकरण हुआ है, और यहां पर मध्य एवं उच्च वर्ग के उपभोक्ताओं की अधिक मांग है। रियल एस्टेट सेक्टर में हो रहे इस विकास से ना सिर्फ बड़े शहरों बल्कि छोटे शहरों में भी घर खरीदारों की रुचि बढ़ी है।फिजिकल परीक्षा 10 फरवरी से, एडमिट कार्ड 3 फरवरी को जारी
प्रदेश के रियल एस्टेट विकास में बढ़ी है सुरक्षा और विश्वासरेरा ने इन परियोजनाओं की गहनता से छानबीन की है, जिससे घर खरीदारों को कोई जोखिम नहीं होगा। रेरा के इस कदम से उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ा है और परियोजनाओं के समय पर पूरा होने की संभावना भी ज्यादा है।