जनवरी की गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश में जनवरी का महीना सामान्य से कहीं ज्यादा गर्म रहा। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के लगभग 30 जिलों में दिन का पारा 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। खासकर प्रयागराज में दिन का पारा 31.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो प्रदेश में सर्वाधिक था। इस दौरान सर्दी के कोई खास संकेत नहीं थे। वहीं, अयोध्या जैसे क्षेत्रों में रात का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जो प्रदेश के सबसे ठंडे इलाकों में शामिल था।
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल ठंड सामान्य से कम रही है और अब फरवरी भी सामान्य से अधिक गर्म रहने की संभावना है। विशेष रूप से, जनवरी और फरवरी दोनों महीनों के दौरान ठंड की कमी का कारण लगातार तीन महीने से अधिक गर्म रहने का है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी बारिश की कमी रहेगी, और प्रदेश में कोई भी ठंडी लहर आ सकती है।
फरवरी का मौसम और बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने फरवरी के पहले सप्ताह के लिए हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। वसंत पंचमी के बाद से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो 3 फरवरी से प्रदेश में असर दिखा सकता है। इस विक्षोभ के कारण पूरे प्रदेश में 3 से 7 फरवरी तक हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इससे प्रदेश के मौसम में एक ठंडक का आभास हो सकता है, हालांकि यह बारिश सामान्य से कम रहेगी।
अंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि फरवरी में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है, और यह विशेष रूप से पश्चिमी विक्षोभ की गति पर निर्भर करेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से फरवरी के पहले सप्ताह में कुछ बारिश हो सकती है, लेकिन यह कुल मिलाकर कम होगी।
घने कोहरे का अलर्ट
मौसम विभाग ने 31 जनवरी और 1 फरवरी के लिए प्रदेश के 35 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश के पूर्वी और मध्य क्षेत्रों में घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे दृश्यता में कमी आ सकती है। जिन जिलों में घने कोहरे की संभावना जताई गई है, उनमें आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं सहित अन्य इलाके शामिल हैं। इन जिलों में सुबह और शाम के समय घना कोहरा छा सकता है, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है। वाहन चालकों से अधिक सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
मौसम में बदलाव का कारण
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार का मौसम पिछले कुछ वर्षों की तुलना में असामान्य रहा है। जनवरी में अप्रत्याशित गर्मी ने मौसम विभाग को भी चौंका दिया। इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ और मौसम में बदलाव की बड़ी भूमिका रही है। जनवरी में सामान्य तापमान से अधिक गर्मी, खासकर उत्तर प्रदेश के मध्य और पूर्वी हिस्सों में देखी गई, जो चिंता का विषय बन गया है। विशेषज्ञों के अनुसार फरवरी में भी मौसम सामान्य से गर्म रह सकता है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश की उम्मीदें बनी हुई हैं। आने वाले दिनों में मौसम में और बदलाव हो सकते हैं, जिनका असर उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिलेगा।