झगड़े के बाद मायके चली गई पत्नी
दरअसल, राजीव गांधी नगर निवासी जितेंद्र उर्फ बंगाली पुताई का काम करता था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोतवाली प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि चेतन के मुताबिक जितेंद्र का एक दिन पहले पत्नी सुनीता से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद पत्नी बेटे को लेकर मायके चली गई।
ऊपरी मंजिल के कमरे में जितेंद्र ने लगाई फांसी
उसी शाम, जितेंद्र के ससुर घर आए और शादी में दी गई बाइक, बर्तन और गैस चूल्हा आदि सामान को अपने साथ ले गए। इससे जितेंद्र बहुत दुखी हो गया और शनिवार रात घर की ऊपरी मंजिल के कमरे में फांसी लगा ली। उसी बीच, जितेंद्र का साथी उसे साथ ले चलने के लिए घर आया तो मां ने जितेंद्र को जगाने के लिए साथी को ऊपर भेज दिया। दोस्त ने जब कमरा खोला तो हैरान रह गया। कमरे में जितेंद्र का शव रस्सी से लटक रहा था। मुखाग्नि देने के लिए नहीं भेजा बेटा
परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के भाई चेतन ने बताया कि जितेंद्र की मौत की जानकारी देने के बाद भी भाभी सुनीता ने बेटे को अंतिम संस्कार के लिए भी नहीं भेजा। कोतवाली प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया कि युवक ने आत्महत्या की है। अभी परिवार ने कोई प्रार्थना-पत्र नहीं दिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नौ साल पहले हुई थी शादी
बताया जा रहा है कि लगभग नौ वर्ष पहले इगलास के गांव कजरौठ निवासी सुनीता से जितेंद्र का विवाह हुआ था। मृतक के पांच बच्चे थे। इनमें चार की पूर्व में ही मृत्यु हो चुकी है। एक बेटा ही बचा है। परिवार के लोगों ने बताया कि पति और पत्नी के बीच कभी कभी मनमुटाव हो जाया करता था, लेकिन इस बार झगड़े के बाद सुनीता का घर से जाना और उसके ससुर के द्वारा सामान लेकर जाने से जितेंद्र टूट गया।