200 साल बाद हुई घर वापसी
इस परिवार के मुखिया, 50 वर्षीय जाकिर खान, मजदूरी करते हैं और काफी समय से सनातन धर्म में लौटने की इच्छा रखते थे। वे महावन क्षेत्र के डहरुआ गांव में रहते हैं। करीब 20 साल पहले जाकिर खान अपने परिवार के साथ डहरुआ गांव में आकर बस गए थे। वे लंबे समय से सनातन धर्म में लौटना चाहते थे और इस बारे में अपने जानने वालों से बात भी करते रहे। कई दिनों से उनकी घर वापसी की तैयारी चल रही थी।
जाकिर खान बने जगदीश
गुरुवार को हिंदू युवा वाहिनी के सहयोग से वृंदावन के पुराना कालीदह क्षेत्र में स्थित श्रीजीवाटिका भागवत आश्रम में भागवत आचार्य संजय कृष्ण भैया के मार्गदर्शन में उनका घर वापसी संस्कार हुआ। इस मौके पर आचार्य भगवत प्रसाद तिवारी, रविकांत तिवारी और खेलनकृष्ण शास्त्री ने विधिविधान से हवन और पूजा कराई। ‘हर हर महादेव’ और ‘राधे-राधे’ के जयकारों के बीच परिवार के सभी सदस्यों का शुद्धिकरण किया गया। धर्म परिवर्तन के दौरान परिवार के सभी लोगों को उनके मनपसंद हिंदू नाम भी दिए गए। 50 वर्षीय जाकिर खान अब ‘जगदीश’ बन गए हैं, उनकी पत्नी गुड्डी अब ‘गुड़िया’ कहलाएंगी, और उनके बेटे रणवीर को ‘रामेश्वर’ नाम दिया गया है।