आपको बता दें कि इस समय मऊ जेल में 1086 कैदी बंद हैं, इनमे से 650 कैदी बलिया जेल के हैं। चूंकि बलिया जेल निर्माणाधीन है इसलिए वहां के कैदी भी इस समय मऊ जेल में ही हैं। जेल मैनुअल के अनुसार जेल में आने वाले हर कैदी की मेडिकल जांच होती है। जांच में पता चला कि 13 कैदी एचआईवी पॉजिटिव हैं।
काउंसलिंग के दौरान कैदियों ने बताया कि ददरी मेले में असुरक्षित टैटू बनवाने के दौरान ये संक्रमण हुआ वहीं 3 कैदी एक ही इंजेक्शन से नशा लेने के कारण संक्रमित हुए हैं।
एचआईवी की जांच जिला अस्पताल के एटीआर सेंटर पर होती है। एचआईवी पॉजिटिव लोगों को यहां से एक कार्ड दिया जाता है और उनकी दवा शुरू हो जाती है। दवा लेने के बाद व्यक्ति अपना सामान्य जीवन जी सकता है।