जानकारी के मुताबिक, महानगर पालिका ने 21 मार्च को फहीम खान के परिवार को अवैध निर्माण हटाने की नोटिस भेजा था। इसके बाद सोमवार सुबह 10 बजे बुलडोजर कार्रवाई शुरू की गई। बताया जा रहा है यह मकान फहीम खान की मां के नाम पर था और बिना वैध मंजूरी के बनाया गया था। बुलडोजर एक्शन से पहले ही रात में फहीम के परिवार ने घर खाली कर दिया था।
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
कार्रवाई के दौरान यशोधरा नगर इलाके में भारी पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया। सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के साथ एसआरपीएफ की दो टुकड़ियां भी मौके पर मौजूद है। इससे पहले नागपुर पुलिस ने फहीम खान की पार्टी एमडीपी (Minority Democratic Party) से जुड़े हिंसा आरोपियों की दो दुकानों को सील कर दिया था। अब बुलडोजर एक्शन शुरू कर सरकार ने दंगाइयों को कड़ा संदेश दिया है।
अवैध है फहीम का घर- अधिकारी
महानगर पालिका के अधिकारियों ने 20 मार्च को निरीक्षण के बाद पाया था कि फहीम खान का घर महाराष्ट्र क्षेत्रीय और नगर नियोजन अधिनियम, 1966 का उल्लंघन कर बनाया गया है। घर का कोई आधिकारिक निर्माण प्लान मंजूर नहीं था, इसलिए इसे अवैध निर्माण घोषित कर कार्रवाई शुरू की गई।
सीएम ने दिए थे बुलडोजर एक्शन के संकेत
नागपुर हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “यह घटना जिस दिन घटी उस दिन सुबह औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाई गई थी और उसे जलाने के बाद कुछ लोगों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने कार्रवाई भी की लेकिन बाद में कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाईं कि जो चादर जलाया गया, उस पर कुरान की आयतें लिखी थीं, लेकिन यह पूरी तरह झूठ था। सीएम फडणवीस ने कहा, महाराष्ट्र में हम अपने तरीके से कार्रवाई करते हैं। जहां बुलडोजर की जरूरत होगी, वहां उसका इस्तेमाल किया जाएगा। गलत कामों को रौंदा जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। नुकसान की भरपाई दंगाईयों से करवाई जाएगी और अंतिम आरोपी की गिरफ्तारी तक कार्रवाई जारी रहेगी। हालांकि प्रशासन की आज की कार्रवाई नागपुर हिंसा के अन्य आरोपियों के लिए कड़ी चेतावनी मानी जा रही है।