मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) डॉ स्वप्निल नीला बताया कि पहले से जारी व्यवस्थाओं के साथ ही अतिरिक्त सावधानियां भी बरती जा रही हैं, ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो।
विशेष ट्रेनों की व्यवस्था
मध्य रेलवे पहले से ही मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT), नागपुर और पुणे से रोजाना 30-32 ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इसके अलावा, कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए 42 विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। इनमें से 38 कुंभ स्पेशल ट्रेनों की यात्रा पूरी हो चुकी है, जबकि बाकी 4 कुंभ स्पेशल ट्रेनें आगामी दिनों में चलाई जाएंगी। जो इस प्रकार है- 22 फरवरी को पुणे स्टेशन से 23 और 26 फरवरी को मुंबई के CSMT स्टेशन से 24 फरवरी को नागपुर से दानापुर तक
स्टेशनों पर विशेष इंतजाम
अधिकारी ने बताया कि रेलवे उन स्टेशनों पर विशेष ध्यान दे रहा है, जहां यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा रही है। इसके तहत विशेष होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, जहां यात्री कुछ समय के लिए बैठकर आराम कर सकते हैं। उन स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर भी खोले गए हैं, ताकि टिकट बुकिंग में आसानी हो। ‘मे आई हेल्प यू’ बूथ भी स्थापित किए गए हैं, जहां से यात्री अपनी ट्रेन की स्टेटस और अन्य सुविधाओं की जानकारी ले सकते हैं। खाने-पीने की विशेष व्यवस्था स्टेशनों और चलती ट्रेनों में की गई है। आरपीएफ (RPF) और वाणिज्य विभाग के स्टाफ हर जगह तैनात किए गए हैं। मुख्य स्टेशनों पर 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी की जा रही है।
चलती ट्रेनों में होंगे 6-7 RPF जवान
सफर के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए 6-7 आरपीएफ जवानों के साथ टीसी स्टाफ को भी तैनात किया गया है, ताकि ट्रेन के अंदर भी यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे ट्रेन में चढ़ने के बाद दरवाजे बंद न करें, ताकि कन्फर्म टिकट वाले यात्री अपनी सीट तक आसानी से पहुंच सकें। अगर किसी यात्री को ऐसी कोई दिक्कत होती है, तो उन्हें निकटतम रेलवे स्टाफ से संपर्क करके के लिए कहा गया है।
प्लेटफॉर्म टिकट पर नियंत्रण
रेलवे अधिकारी प्रयागराज और आसपास के स्टेशनों के लिए अनारक्षित टिकटों की बुकिंग पर नजर रख रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जरूरत पड़ने पर कुछ समय के लिए प्लेटफॉर्म टिकट सिर्फ दिव्यांग यात्रियों व वरिष्ठ नागरिकों के साथ आने वाले लोगों को ही दिए जाएंगे।