मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे के करीब विकास वालकर की हालत अचानक बिगड़ गई और उन्हें कार्डिनल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। श्रद्धा की हत्या उसके 28 वर्षीय प्रेमी आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Poonawala) ने की थी और शव के 35 टुकड़े कर उसे सुनसान जगहों पर फेंक दिया। हत्या के करीब 6 महीने बाद श्रद्धा की जघन्य हत्या का खुलासा हुआ था।
श्रद्धा वालकर (27 वर्ष) की हत्या उसके बॉयफ्रेंड और लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने 18 मई 2022 को दिल्ली के महरौली इलाके में उसके घर पर कर दी थी। श्रद्धा और आफताब महरौली में किराए के मकान में लिव-इन में रहते थे।
बताया जा रहा है कि श्रद्धा और आफताब का प्रेम संबंध वालकर परिवार को अस्वीकार्य था। इस वजह से श्रद्धा ने परिवार से संपर्क तोड़ लिया था और वह आफताब के साथ दिल्ली में रह रही थी। कई महीनों तक जब बेटी से संपर्क नहीं हो पाया तो विकास ने वसई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद वसई पुलिस ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी इस हत्याकांड की कड़ियां धीरे-धीरे जुड़ने लगीं।
आखिरी इच्छा नहीं हुई पूरी!
बेटी की निर्मम हत्या के बाद विकास वालकर को बड़ा मानसिक आघात लगा था। वे अंतिम संस्कार के लिए बेटी के शव के अवशेषों के सौंपे जाने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन बेटी के अवशेष उन्हें नहीं दिए गए क्योंकि वे पुलिस जांच में अहम सबूत थे। इसलिए बेटी के शव के अवशेषों का अंतिम संस्कार करने की उनकी इच्छा अधूरी रह गई। विकास वालकर ने बेटी की नृशंस हत्या के बाद ऐसे मामलों के लिए ‘श्रद्धा वालकर चैरिटेबल ट्रस्ट’ की स्थापना की। वह हर हाल में अपनी बेटी को न्याय दिलाना चाहते थे और आफताब को फांसी के तख्ते तक पहुंचते देखना चाहते थे। इसके लिए वह पूरी ताकत से कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और आज सुबह अपनी बेटी को न्याय दिलाने की लड़ाई बीच में छोड़कर विकास वालकर दुनिया को अलविदा कह गए।
क्रूरता की हदें पार…
गौरतलब है कि पूनावाला और श्रद्धा की मुलाकात एक डेटिंग एप के जरिए हुई थी। इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया और दोनों के बीच वहीं से प्रेम संबंध शुरू हुए। बाद में वे दिल्ली आ गए थे। दोनों के बीच कथित तौर पर 18 मई को बहस हुई, और फिर पूनावाला ने श्रद्धा की हत्या कर दी। उसने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर दिए और दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने घर पर करीब तीन हफ्ते तक इन टुकड़ों को फ्रिज में रखा। इसके बाद उसने कई दिनों तक आधी रात में शवों के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। आफताब को 12 नवंबर 2022 को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस को उसके घर के फ्रिज में श्रद्धा के शव के अवशेष, खून के धब्बे और अन्य सबूत मिले। पुलिस की पूछताछ में आफताब ने जुर्म कबूल कर लिया। श्रद्धा के पिता विकास वालकर (Shraddha Father Vikas Walker) ने ‘लव जिहाद’ का भी आरोप लगाया था।