दो आरोपी नाबालिग
घटना में शामिल तीनों आरोपियों में से दो नाबालिग हैं, जिन्हें डोंगरी बाल सुधारगृह भेज दिया गया है। जबकि तीसरे 18 वर्षीय आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या हुआ था वारदात के दिन?
पुलिस के अनुसार, पीड़ित नाबालिग लड़के को तीनों आरोपी बहला-फुसलाकर चुनाभट्टी के एक सुनसान इलाके में ले गए, जहां पर उन्होंने लड़के के साथ बारी-बारी से शारीरिक संबंध बनाए। उन्होंने पीड़ित को धमकी देकर छोड़ दिया। घटना के बाद जब पीड़ित बच्चा घर लौटा, तो उसकी हालत देखकर मां ने उससे पूछताछ की। काफी समझाने-बुझाने के बाद उसने रोते हुए अपनी मां को पूरी बात बताई। इसके बाद मां ने हिम्मत जुटाकर तुरंत चुनाभट्टी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 137(2), 115(2) और 3(5) और पॉस्को एक्ट की धारा 6 और 10 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया और आगे की जांच में जुट गई। पीड़ित लड़के का मेडिकल कराया गया है।
देश कि आर्थिक राजधानी मुंबई में हुई इस अमानवीय घटना ने एक बार फिर शहर की सुरक्षा व्यवस्था और युवाओं में बढ़ती आपराधिक प्रवृत्ति को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है। मामले में और जानकारी के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
दो किशोरियों का यौन उत्पीड़न, महिला से रेप
मुंबई पुलिस ने 62 वर्षीय प्रफुल लोढ़ा को दो नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न और एक महिला से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी ने नौकरी का झांसा देकर लड़कियों को घर में बंधक बनाया, प्रताड़ित किया और आपत्तिजनक तस्वीरें लीं। वह भाजपा नेता का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है। पुलिस ने जलगांव, जामनेर और पहुर में लोढ़ा की संपत्तियों की तलाशी ली, जहां से एक लैपटॉप, पेन ड्राइव और कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त किए। लोढ़ा पर पॉक्सो एक्ट और बीएनएस की धाराओं के तहत केस दर्ज है और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।