प्रदेश के बारां, भीलवाड़ा, कोटा व झालावाड़ में सर्वाधिक अफीम की खेती होती है, लेकिन सैंकड़ों किलोमीटर लम्बे रास्ते में दर्जनों थानों की पुलिस की ओर से वाहनों की जांच करने के बाद भी बड़ी तादाद में अफीम एवं डोडा पोस्त यहां कैसे पहुंच रहा है। यह गौर करने वासली बात है। कई बार को डोडा पोस्त की खेप उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश से पहुंच रही है। ऐसे में पुलिस की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। डोडा पोस्त व मादक पदार्थों के अवैध परिवहन के कारण आए दिन होटलों पर डोडा पोस्त चूरा एवं पिसाई करने की चक्कियां तक बरामद हो रही है।
पांचौड़ी में सर्वाधिक तस्करी
अवैध मादक पदार्थों की तस्करी में पांचौड़ी क्षेत्र सबसे आगे है। यहां नागौर-फलौदी मार्ग के अलावा नोखा मार्ग पर भी प्रभावी नाकेबन्दी के अभाव में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी होती है। तस्कर भी पांचौड़ी थाना क्षेत्र के गांवों के होते हैं।
तह तक जाना जरूरी नहीं समझा
चावण्डिया व माडपुरा में गत माह पुलिस ने कार्रवाई कर डोडा पोस्त की खेप पकड़ी थी लेकिन तस्कर हाथ नहीं लगे। उधर, पुलिस ने भी तस्करी के बड़े मामलों में तह तक जाने का प्रयास नहीं किया। इस कारण तस्करों के हौंसले बुलंद हैं।
पुलिस ने गत चार फरवरी को भोमासर स्थित एक होटल में करीब 11 लाख रुपए का मादक पदार्थ पकड़ा । इसी तरह पिछले माह 8 अप्रेल को चावण्डिया गांव में 49 कट्टों में भरा एक करोड़ 82 लाख रुपए का डोडा पोस्त बरामद किया। जबकि आरोपी हाथ नहीं लगे । इसी तरह अगले दिन 9 अप्रेल को पुलिस एवं डीएसटी टीम ने माडपुरा के दुजासर गांव में एक सूने खेत में 80 लाख रुपए का 22 कट्टों में भरा अवैध डोडा पोस्त बरामद किया, लेकिन पुलिस इसकी तह तक नहीं जा पाई।
वोटरों को रिझाने में खास पंचों-सरपंचों के चुनाव में दारू व पैसों की जगह डोडा पोस्त की मनुहार खास है। जहां डोडा पोस्त की मनुहार होती है उन्हीं प्रत्याक्षियों के कैम्पों में भीड़ नजर आती है। ऐनवक्त पर सख्ती के चलते गंवाई नेता अभी से डोडा पोस्त का जुगाड़ बिठाने में लगे हैं। खासकर थळी क्षेत्र के गांवों में मनुहार का चलन प्रमुख है।
मेरी जानकारी में नहीं पांचौड़ी थाना क्षेत्र के चावण्डिया एवं दुजासर में पकड़ी गई अवैध डोडा पोस्त की खेप के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। पंचायतीराज चुनाव अभी कहां है। जब आएंगे तो सख्ती बरतेंगे।
-हरजीराम ज्याणी, थानाधिकारी पांचौड़ी