दरअसल, कुरड़ाया निवासी परमादेवी पत्नी भींयाराम ने रिपोर्ट देकर बताया कि 11 अप्रेल को मैं व मेरी बेटी व पुत्र वधु दोपहर 11.30 बजे के लगभग पड़ोसी महिपाल के घर गई हुई थी। दोपहर 1 बजे के लगभग वापस घर आई तब देखा तो घर के सभी ताले टूटे हुए थे तथा घर का पूरा सामान बिखरा हुआ था। चोर एक टेवटा, दो कंठियां, दो बोर सेट तथा दो झेला पता की जोड़, दो लूंग की जोड़, एक मंगलसूत्र, दो अंगूठी तथा छह जोडी चांदी की पायजेब सहित 30 तोला सोना और 900 ग्राम चांदी सहित 30 लाख के जेवरात व 1.50 लाख रुपए की नकदी चुरा ल गए थे। पुलिस ने इस मामले में घटनास्थल के आस पास आने-जाने वाले रास्तों से सीसीटीवी कैमरों के फुटेज एवं टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज चेक किए। पुलिस ने तलाश करते हुए आरोपी टोंक जिले के बोरखण्डी हाल जयपुर जिला सिरोही खुर्द निवासी हंसराज बावरिया उर्फ हंसिया (22) पुत्र हनुमान बावरिया, सीकर जिले के बलारा थाना अंतर्गत बिदासर निवासी शेरू उर्फ सुरेश (20) पुत्र झाबरमल और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के भाकरोटा निवासी नैना उर्फ नाना (40) पत्नी नन्दा उर्फ नन्दू बावरिया को गिरफ्तार किया। इन तीनों आरोपियों पर अलग-अलग थानों में 25 से 30 प्रकरण दर्ज है।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम इन गैंग के लोगों के पास छोटी गाड़ियां-कारें हैं। वारदात के समय सभी सदस्य दिन के समय आम सड़क के किनारे स्थित मकानों की रैकी कर अपनी गैंग के साथ दिन के समय में वारदात करने के लिए निकल जाते है। जिसमें फर्जी नम्बर प्लेट अपनी गाड़ी पर उपयोग में लेते हैं।