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नागौर

जनता को दर्द देने वाले ठेकेदारों पर गिरी गाज, जिले की तीन सड़कों के अनुबंध निरस्त

जिला प्रभारी सचिव व पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीण गुप्ता ने दिखाई सख्ती, नागौर में करोड़ों की सडक़ों व खींवसर फ्लाईओवर का काम पिछले काफी समय से बंद, वाहन चालक एवं आमजन हो रहा परेशान

नागौरMay 08, 2025 / 05:47 pm

shyam choudhary

घटिया सीसी सड़क
नागौर. जिला मुख्यालय सहित जिले में सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए सडक़ों के निर्माण को लेकर करोड़ों रुपए की स्वीकृति के बावजूद जनता को ‘दर्द’ देने वाले ठेकेदारों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। ठेकेदारों की ओर से लम्बे समय से काम नहीं करने पर जिले की तीन सडक़ों के अनुबंध निरस्त कर पीडब्ल्यूडी एनएच ने निरस्त कर दिए हैं। इसमें पहली सडक़ नागौर शहर के कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तिराहे तक की 6.2 किमी फोरलेन सडक़ का निर्माण कार्य, दूसरी, नागौर से नेतड़ा तक राष्ट्रीय राजमार्ग की 87 किमी सडक़ का नवीनीकरण कार्य एवं तीसरा अमरपुरा से चुगावास तक के 19 किमी बायपास सडक़ की मरम्मत व रखरखाव कार्य नहीं करने पर संबंधित ठेकेदारों को टर्मिनेट किया गया है।
गौरतलब है कि पीडब्ल्यूडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीण गुप्ता अब नागौर के जिला प्रभारी सचिव भी हैं, जिन्होंने जिले की महत्वपूर्ण सडक़ों का काम लम्बे समय से बंद होने व इससे आमजन को होने वाली परेशानी को लेकर सख्त रवैया दिखाया है। वे बुधवार को नागौर जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि काम नहीं करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करें। पूर्व के अधिकारी जिन फाइलों को लम्बे समय से लेकर बैठे थे, उन्हें गुप्ता ने आते ही निपटाना शुरू कर दिया है।
घटिया सीसी सडक़ पर बिछाया डामर, फिर भी नहीं पड़ी पार

शहर के निकट अमरपुरा से चुगावास तक करीब पांच साल पहले बनाए गए 19.225 किमी के बायपास निर्माण में ठेकेदार ने गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने 20 जून 2021 को ‘19 किमी का बायपास : निर्माण से पूर्व सामग्री की जांच तो क्षतिग्रस्त कैसे हुई सीसी सडक़’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर सीसी सडक़ की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद पत्रिका ने समय-समय पर समाचार प्रकाशित किए तो जांच टीमों ने भी गुणवत्ता पर प्रश्न चिह्न लगाए। जिस पर ठेकेदार ने लीपापोती करते हुए सीसी सडक़ पर डामर पोत दिया, लेकिन पार नहीं पड़ी। आखिरकार एनएच ने सडक़ के मरम्मत व रखरखाव का अनुबंध निरस्त कर दिया है। अब नए सिरे से टेंडर किए जाएंगे।
फोरलेन बनाने का ठेका भी वापस होगा

नागौर कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तिराहे तक फोरलेन निर्माण के दौरान ठेकेदार ने काम सही नहीं किया, इसको लेकर पत्रिका ने समय-समय पर समाचार प्रकाशित किए। पत्रिका ने 10 जून 2024 को ‘फोरलेन निर्माण में नहीं किया सडक़ समतलीकरण, अब वापस तोडऩा पड़ेगा’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद ठेकेदार ने जगह-जगह से सडक़ को खुरच कर कारियां लगा दी, लेकिन समतलीकरण नहीं किया, जिसके चलते आखिरकार विभाग ने ठेकेदार फर्म दीप ज्योति का अनुबंध निरस्त कर दिया है। इस सडक़ का काम पिछले करीब एक साल से बंद पड़ा है। ठेकेदार ने सडक़ का समतलीकरण करने की बजाए सीधे ही डामरीकरण कर दिया, जिसके कारण सडक़ में जगह-जगह तरंगण/लहरें(एंडूलेशन) रह गई। निर्धारित डिजायन के अनुसार 6.2 किलोमीटर की सडक़ को 21 मीटर यानी 68.898 फीट चौड़ा करके बीच में डिवाइडर तथा दोनों तरफ डेढ़-डेढ़ मीटर की पटरी भी बनानी थी। लेकिन ठेकेदार ने पहले ही सडक़ का डामर हटाने की बजाए सीधा उस पर डामर बिछा दिया, जिसके कारण सडक़ का समतलीकरण नहीं हो पाया।
समय पर नहीं की मरम्मत, अब टर्मिनेट

नागौर – जोधपुर रोड की मरम्मत को लेकर एनएच ने वर्ष 2023 में टेंडर प्रक्रिया अपनाकर मैसर्स दीप ज्योति फर्म को ठेका दिया था, लेकिन ठेकेदार ने आठ महीने बीतने के बावजूद काम ही शुरू नहीं किया। इस पर पत्रिका ने 21 जून 2024 को ‘ठेकेदार ने अटकाया नागौर से नेतड़ा तक हाइवे की मरम्मत का कार्य, अब ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। गौरतलब है कि इस सडक़ पर नागौर – जोधपुर के बीच दो जगह टोल वसूला जा रहा है, इसके बावजूद पिछले दो साल से सडक़ टूटी होने के बावजूद ठेकेदार की लापरवाही व उदासीनता के कारण मरम्मत नहीं हो पाई। इसके चलते आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। इसको देखते हुए विभाग ने अनुबंध निरस्त करने की प्रक्रिया अपनाकर ठेकेदार को टर्मिनेट कर दिया है।अब ठेकेदार पर जुर्माना लगाने की भी तैयारी है।
सांसद ने करवाई जांचें, गुणवत्ता में खरी नहीं उतरी

जिले की इन सडक़ों के साथ मूण्डवा से मेड़ता रोड सहित अन्य सडक़ों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करते हुए सांसद हनुमान बेनीवाल ने लगातार मंत्रियों व उच्चाधिकारियों को पत्र लिखे, जिस पर जयपुर व दिल्ली से कई बार जांच टीमें यहां पहुंची। जांच टीमों ने सडक़ों की गुणवत्ता में खामियां निकाली, जिन्हें ठेकेदार सुधार नहीं पाए और आखिरकार उनके अनुबंध निरस्त करने पड़े।
तीन सडक़ों अनुबंध निरस्त

जिले की तीन सडक़ों के अनुबंध निरस्त किए गए हैं। इसमें एक कृषि मंडी से गोगेलाव तिराहे तक की फोरलेन सडक़, दूसरी नागौर से नेतड़ा तक की सडक़ की मरम्मत का कार्य एवं तीसरा अमरपुरा से चुगावास तक के बायपास सडक़ के रखरखाव व मरम्मत का कार्य नहीं करने पर अनुबंध निरस्त किए गए हैं। अब नए टेंडर किए जाएंगे।
– दीपक परिहार, एक्सईएन, एनएच, नागौर खंड

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