लामटा के पास हादसा हुआ था जिसमें एक युवक की मौत हो गई। सांसद दर्शन सिंह चौधरी के गांव चांदोन के निवासी 32 साल के चंद्रभान साहू और 41 साल के लक्ष्मीचंद साहू घायल हो गए जिन्हें बनखेड़ी लाया गया था। यहां इलाज के लिए परिजनों ने हंगामा किया, कर्मचारियों से बदसलूकी की और गालियां बकीं।
बनखेड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शनिवार रात करीब 9 बजे यह हंगामा हुआ। यहां एक्सीडेंट में घायलोें के इलाज के लिए परिजनों ने बीएमओ डॉ. जेएस परिहार से अभद्रता करते हुए उनकी कॉलर पकड़ ली। महिला कर्मचारियों से भी गाली-गलौज की गई और जान से मारने की भी धमकी दी।
स्वास्थ्य केंद्र में करीब आधे घंटे तक यह हंगामा चलता रहा। इस दौरान लोगों ने स्थानीय सांसद दर्शन सिंह चौधरी का नाम लेकर धमकी दी। घायलों के ये परिजन सांसद के गांव के ही हैं।
डॉ. धर्मेंद्र मांझी को जबरन एम्बुलेंस में बैठाया
लोगों ने डॉ. धर्मेंद्र मांझी को जबरन एम्बुलेंस में बैठाया और बंधक बनाकर नर्मदापुरम जिला अस्पताल लेकर चल दिए। रास्ते में सोहागपुर पुलिस ने किसी तरह डॉक्टर को एंबुलेंस से उतारा। नर्मदापुरम जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही एक घायल की रास्ते में मौत हो गई। बीएमओ डॉ. परिहार ने बताया कि भीड़ के कारण मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी भी कुछ नहीं कर पाए। ड्यूटी डॉक्टर को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले गए। ऐसा माहौल बन गया था कि लग रहा था कि भीड़ किसी को मार डालेगी।
स्वास्थ्य केंद्र में रात को हुए घटनाक्रम के बाद रविवार को बीएमओ डॉ. परिहार और कर्मचारियों ने तहसीलदार अलका एक्का तथा बनखेड़ी थाना प्रभारी सुधारकर बारस्कर को शिकायत की। मरीज के परिजनों पर बदसलूकी और हंगामे का आरोप लगाया। कर्मचारियों ने बताया कि मरीज के रिश्तेदार गोलू साहू और प्रीतम साहू ने डॉ. जेएस परिहार और डॉ. धर्मेंद्र मांझी के साथ अभद्रता की। डॉ. धर्मेंद्र मांझी को एम्बुलेंस में जबरन बैठाकर ले गए।
सांसद ने कहा- इलाज के लिए परिजन आक्रोशित हुए
घटना के संबंध में सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने मीडिया को बताया कि हादसे में दो लोग घायल हो गए थे। एक का निधन हो गया। इलाज के लिए परिजन आक्रोशित हो गए थे। उन्होंने डॉक्टर को बंधक बनाकर ले जाने वाली घटना से अनभिज्ञता दर्शाई और कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं है।