दोपहर डेढ़ बजे करीब मामले की जानकारी होमगार्ड को लगी। इसके घाट पर आरक्षक की तलाश के लिए अभियान चलाया गया, लेकिन अंधेरा होने के कारण तलाश पर रोक लगा दी गई। इसके बाद फिर से शनिवार सुबह 6 बजे से आरक्षक की तलाश शुरु की गई। जिसके बाद आरक्षक का शव घाट के पास ही उतराते हुए मिला।
आरआई स्नेहा चंदेल ने बताया आरक्षक अरुण उइके 6 महीने पहले ही रेल पुलिस इंदौर से स्थानांतरित होकर पुलिस लाइन में पदस्थ हुआ था। अरुण पुलिस लाइन स्थित अपने सरकारी आवास में अकेला रहता था। शुक्रवार को ड्यूटी पर नहीं आने के कारण उसकी खोज की गई।
आरक्षक के सरकारी आवास पर ताला लगा था। मोबाइल भी रिसीव नहीं कर रहा था।जानकारी मिली कि अरुण रोज घाट नहाने जाता था, इसलिए स्टाफ पोस्ट ऑफिस घाट देखने पहुंचा। घाट पर ऊपर उसकी बाइक खड़ी मिली। नीचे जाकर देखा तो कपड़े और मोबाइल रेत पर रखा था। इसके बाद पुलिस और होमगार्ड को मामले की सूचना दी गई थी। जिसके बाद से तलाश अभियान शुरू हुआ था।