उमर अब्दुल्ला का जम्मू दौरा
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सुबह जम्मू पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अब्दुल्ला ने कहा, “हमारी सेना और सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं। पाकिस्तान की कोई भी नापाक कोशिश कामयाब नहीं होगी।” पाकिस्तान की बौखलाहट
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए
आतंकी हमले, जिसमें 28 लोग मारे गए थे, के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और भारतीय हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद करना शामिल है। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना ने
ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
विपक्ष का बयान
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “पाकिस्तान ने मानवता की हत्या की है। भारत को अब और सब्र नहीं करना चाहिए।” वहीं, तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, “पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब देने का समय आ गया है। PoK को वापस लेने का वक्त है।”
हताहत होने की सूचना नहीं
अधिकारी ने बताया कि न तो किसी के हताहत होने की खबर है और न ही किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच पहले से चले आ रहे तनाव के बीच संघर्ष दूसरे दिन और तेज हो गया। सैन्य सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन ने जम्मू के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया कस्बों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को विफल कर दिया।
आगे की रणनीति
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी उकसावे का करारा जवाब देगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया बैठक में सुरक्षा और कूटनीतिक रणनीतियों पर चर्चा हुई। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने भी समुद्री क्षेत्र में रणनीतिक तैयारियों को तेज करने की बात कही। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ी है। CM अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के साथ मिलकर शांति और विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई है।