RSS चीफ ने संस्कार के महत्व पर दिया जोर
आरएसएस चीफ ने हिंदू समाज की नींव के रूप में संस्कार के महत्व पर जोर दिया और लोगों से परंपरा, सांस्कृतिक विरासत और नैतिक अखंडता पर आधारित समुदाय बनाने का आह्वान भी किया। साथ ही भागवत ने त्योहारों को एक साथ मनाने की भी अपील की है।
‘वास्तविक एकता है जरूरी’
आरएसएस चीफ ने कहा कि परिवार और सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित समाज बनाना जरूरी है, और त्योहारों को एक साथ मनाने से राष्ट्रीय एकता मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि शांति को बढ़ावा देने में भारत की वैश्विक भूमिका को साकार करने के लिए वास्तविक सामाजिक एकता आवश्यक है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने इसे RSS और BJP की “विभाजनकारी साजिश” का हिस्सा बताया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक बीजेपी और आरएसएस की समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की साजिश है। गरीबों के खिलाफ काम कर रहे RSS-BJP
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि BJP-RSS गरीबों और कमजोर वर्गों के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह विवाद तब और गहरा जब कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाल ने हाल ही में RSS से सवाल किया था कि वह कब किसी दलित, मुस्लिम या महिला को अपना प्रमुख बनाएगा।