क्या बोली CM?
महाकुंभ में हो रहे हादसों पर बात करते हुए अपने बयान में ममता बनर्जी ने कहा, “यह ‘मृत्यु कुंभ’ है। मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं, मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं। लेकिन कोई योजना नहीं है। कितने लोग बरामद हुए हैं?” उन्होंने अमीरों और गरीबों के लिए किए गए इंतजामों में असमानता पर आगे कहा, “अमीरों, वीआईपी के लिए, 1 लाख रुपये तक के कैंप (टेंट) पाने की व्यवस्था उपलब्ध है। गरीबों के लिए, कुंभ में कोई व्यवस्था नहीं है। “मेले’ में भगदड़ की स्थिति आम है, लेकिन व्यवस्था करना महत्वपूर्ण है। “आपने क्या योजना बनाई?”
राजनीतिक दलों पर भड़के केके शर्मा
बंगाल की CM के बयान के बाद BJP नेता केके शर्मा मीडिया से बातचीत करते हुए कहते हैं, “जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी, खासकर कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, ममता बनर्जी कुंभ को लेकर विवाद पैदा कर रहे हैं, उससे हिंदू धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। भारतीय जनता पार्टी ऐसे बयानों को लेकर बहुत मुखर है। वह उनकी और देश के लोगों की आलोचना करती है और हिंदू धर्म को मानने वाले लोग भी इसे कभी पसंद नहीं करेंगे।”
संतो में आक्रोश
CM के बयान के बाद हिंदू और संत समुदायों से कड़ा विरोध देखा जा रहा है। निर्मोही अनी अखाड़ा के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने ममता बनर्जी के बयान को सनातन धर्म का अपमान बताया। साथ ही महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज ने कहा कि ममता बनर्जी का बयान सनातन धर्म के खिलाफ उनकी मानसिकता दर्शाता है। वह बंगाल को दूसरा बांग्लादेश बनाना चाहती हैं। माफी की मांग
अयोध्या हनुमान गढ़ी मंदिर के महंत राजू दास ने ममता बनर्जी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को अपने शब्दों के लिए माफी मांगनी चाहिए। ये भी पढ़े:
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