कौन थीं जाकिया जाफरी?
बता दें कि जाकिया जाफरी (Zakia Jafri) कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी थीं। साल 2002 में साबरमती एक्सप्रेस में आग लगने के बाद गुजरात में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। एहसान जाफरी उन 69 लोगों में शामिल थे जो अहमदाबाद के मुस्लिम इलाके गुलबर्ग सोसाइटी (Gulbarg Society) में मारे गए थे। हालांकि इस हिंसा में जाकिया की जान बच गई।
गुलबर्ग सोसाइटी में क्या हुआ था
28 फरवरी 2002 का दिन था। अहमदाबाद के मुस्लिम इलाके गुलबर्ग सोसाइटी में एक भीड़ ने अचानक हमला कर दिया। इस दौरान वहां हुई हिंसा में पूर्व सांसद एहसान जाफरी और 68 अन्य लोग मारे गए। एहसान जाफरी के घर पर कई मुसलमानों ने भीड़ के हमने से बचने के लिए पनाह ले रखी थी। गुलबर्ग सोसाइटी को भीड़ ने चारों तरफ से घेर लिया और कई लोगों को जिंदा जला दिया।
दंगों की साजिश के लिए नेताओं को ठहराया था जिम्मेदार
जाकिया जाफरी ने राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियां बटोरीं थी। क्योंकि जाफरी ने गोधरा कांड के बाद हुए दंगों की बड़ी साजिश के लिए शीर्ष राजनीतिक नेताओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी थी। जाकिया जाफरी ने एक याचिका दायर कर बड़े षडयंत्र के आरोपों की जांच की मांग की और 2002 के गुजरात दंगों में 64 लोगों के क्लीन चिट दिए जाने पर सवाल उठाया। हालांकि शीर्ष अदालत ने 2022 में जाफरी की याचिका को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया था।