scriptअंतरिक्ष में खुली नई राह, दूसरी बार निजी यान उतरा चांद पर | Patrika News
नई दिल्ली

अंतरिक्ष में खुली नई राह, दूसरी बार निजी यान उतरा चांद पर

चंदा मामा पास के : ‘ब्ल्यू घोस्ट’ लैंडर 14 दिन गुजारेगा, रिकॉर्ड करेगा सूर्यास्त

नई दिल्लीMar 03, 2025 / 01:00 am

ANUJ SHARMA

न्यूयॉर्क. एक अमरीकी कंपनी ने चांद की सतह पर रविवार को अपना यान ‘ब्ल्यू घोस्ट’ उतार दिया है। चांद पर पहुंचने में सफल होने वाली यह दूसरी निजी कंपनी है। ब्ल्यू घोस्ट लैंडर फायरफ्लाई एयरोस्पेस कंपनी ने बनाया है। इसे फ्लोरिडा के केप केनेवेराल से 15 जनवरी को फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। लैंडर चांद के निचले मैदानी इलाके मारे क्रिसियम की सतह पर उतरा। इलाके का व्यास करीब 500 किलोमीटर है। दो मीटर ऊंचा और तीन मीटर चौड़ा लैंडर वहां 14 दिन गुजारेगा। कई वैज्ञानिक उपकरणों से लैस लैंडर कई प्रयोग करेगा। यह चांद की सतह पर ड्रिल कर मिट्टी के नमूने भी जमा करेगा। इस दौरान इसकी हाई डेफिनिशन इमेजरी 14 मार्च के पूर्ण सूर्यग्रहण की तस्वीरें लेगी। यह 16 मार्च को चांद पर सूर्यास्त को भी रिकॉर्ड करेगा। इससे पता चलेगा कि कैसे सौर प्रभाव के कारण चांद की सतह से धूल उड़ती है। एक जापानी कंपनी का लैंडर भी मई में चांद पर उतरने की कोशिश करेगा।
आकार हिप्पोपोटैमस या कॉम्पैक्ट कार जैसा

ब्लू घोस्ट लैंडर में 10 उपकरण हैं। इनमें चांद की मिट्टी का विश्लेषण करने वाला यंत्र और विकिरण को सहन करने में सक्षम कंप्यूटर शामिल है। सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर चांद तक पहुंचने का परीक्षण करने वाले यंत्र भी इसके साथ भेजे गए हैं। हिप्पोपोटैमस या कॉम्पैक्ट कार के आकार वाले गोल्डन लैंडर ने चांद तक पहुंचने के रास्ते में पृथ्वी और चांद की कई तस्वीरें लीं।
उद्योगों को अभियानों से जोडऩे की कोशिश

फरवरी 2024 में अमरीका की इंट्यूटिव पहली निजी कंपनी थी, जिसे चांद की सतह पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता मिली थी। यह उद्योगों को इस तरह के अभियानों में नासा की साथ लाने की कोशिशों का हिस्सा है। इसका मकसद भावी आर्टेमिस अभियान के लिए सहयोग हासिल करना है। आर्टेमिस के जरिए नासा का लक्ष्य इंसानों को चांद की सतह पर उतारना है।

Hindi News / New Delhi / अंतरिक्ष में खुली नई राह, दूसरी बार निजी यान उतरा चांद पर

ट्रेंडिंग वीडियो