पुजारी की कॉल से खुला मामला
डीसीपी (पूर्व) अभिषेक धानिया ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 12:30 बजे मंदिर के पुजारी ने सूचना दी कि मंदिर के पास सर्विस रोड पर एक युवक अचेत पड़ा है। प्रीत विहार थाने से टीम मौके पर पहुंची तो युवक के सिर, हाथ और पैरों पर गंभीर चोट के निशान थे। नाक और मुंह से खून बह रहा था। एम्बुलेंस ने उसे मौके पर ही मृत घोषित कर दिया। पुलिस जांच में मृतक की पहचान रोहन कुमार (28) के रूप में हुई। जो गाजियाबाद के शालीमार गार्डन का निवासी था और एमसीडी के गौतमपुरी वार्ड में सुपरवाइजर के रूप में कार्यरत था। वह सोमवार सुबह घर से निकला था, लेकिन ड्यूटी पर नहीं पहुंचा। डीसीपी (पूर्व) अभिषेक धानिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया “गाजियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी 28 साल का रोहन कुमार पूर्वी नगर निगम में संविदा पर्यवेक्षक के रूप में काम करता था। वह सोमवार को घर से ड्यूटी के लिए निकला था, लेकिन ड्यूटी नहीं पहुंचा। इसके बाद सोमवार रात को दिल्ली के गुफा वाला मंदिर के पुजारी ने मंदिर के पास एक लहूलुहान शव मिलने की जानकारी दी। पुजारी ने पीसीआर कॉल में बताया कि युवक के पैरों, हाथों और सिर में चोट के कई निशान हैं। इसके साथ ही मुंह और नाक से खून बह रहा है। इस सूचना पर एंबुलेंस टीम के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। एंबुलेंस टीम ने जांच-पड़ताल के बाद घटनास्थल पर युवक को मृत घोषित कर दिया।”
एक्सीडेंट के बाद भागा आरोपी
डीसीपी अभिषेक धानिया ने आगे बताया “गुफा वाला मंदिर के पास शव मिलने के बाद प्रीत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही एसीपी तिलक चंद बिष्ट के नेतृत्व में टीम बनाकर मामले की जांच शुरू कराई गई। इस टीम ने लोनी से लेकर गाजियाबाद बॉर्डर तक 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। एक फुटेज में संदिग्ध कार का नंबर मिला। जो गुड़गांव की एक कंपनी के नाम पर पंजीकृत थी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डंप डेटा की मदद से पुलिस ने कार की लोकेशन ट्रैक की। यह कार शाहदरा मेट्रो स्टेशन पर पार्क मिली। इसके बाद कार चालक की पहचान हो गई। पुलिस के अनुसार, आरोपी कपिल कुमार की पहचान होने के बाद पुलिस ने उसे गौतमपुरी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि सोमवार सुबह 7:30 बजे मानसरोवर पार्क मेट्रो स्टेशन के पास उसकी कार से सड़क पार कर रहे रोहन टकरा गए। घबराकर उसने घायल रोहन को कार में डाला और करीब एक घंटे तक घूमता रहा। अंततः 8:30 बजे उसने रोहन को प्रीत विहार में फेंक दिया और फरार हो गया। कपिल ने शाहदरा मेट्रो स्टेशन पर कार खड़ी कर दी और ट्रैकिंग से बचने के लिए अपना फोन बंद कर लिया था। हालांकि पुलिस की तकनीकी टीम ने उसे आखिरकार दबोच ही लिया।
आरोपी कपिल ने पुलिस को दिया ये बयान
डीसीपी धानिया के अनुसार, कपिल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने रोहन को सड़क पार करते समय टक्कर मार दी थी। हालांकि टक्कर मारने के बाद गंभीर रूप से घायल रोहन को वह उठाकर अस्पताल ले जा रहा था, लेकिन रोहन ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इससे वह डर गया और शव को गुफा वाला मंदिर के पास फेंककर फरार हो गया। अपराध छिपाने के मकसद से उसने अपनी कार साफ कराई और शाहदरा मेट्रो स्टेशन के पास पार्क कर अपना मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस कपिल को अदालत में पेश करने की तैयारी में है।