जानकारी के अनुसार, एएसआई ललित सिरोही गाजीपुर स्थित जीडी कॉलोनी के फ्लैट नंबर 21 में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए पर रह रहे थे। सोमवार सुबह जब उनकी पत्नी बच्चों को स्कूल छोड़ने गई थीं, तब ललित घर पर अकेले थे। जब पत्नी वापस लौटीं, तो घर का दरवाज़ा बंद था। किसी तरह दरवाजा खोलकर अंदर पहुंचीं, तो उन्होंने देखा कि ललित खून से लथपथ हालत में पड़े हैं और उनके पास उनकी सरकारी पिस्तौल भी पड़ी हुई थी।
अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई और एएसआई ललित सिरोही को पास के लाल बहादुर शास्त्री (एलबीएस) अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ललित सिरोही पिछले दो से तीन वर्षों से मानसिक तनाव और डिप्रेशन से गुजर रहे थे। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की। उनके पास से मिली सरकारी पिस्तौल से गोली चलने की पुष्टि फॉरेंसिक जांच के बाद की जाएगी। पुलिस कर रही है मामले की जांच
घटना के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और तकनीकी साक्ष्यों के साथ-साथ पारिवारिक, मानसिक और पेशेवर स्थिति की भी जांच की जा रही है। इस बात की भी पड़ताल की जा रही है कि कहीं ललित सिरोही पर कोई पेशेवर दबाव या पारिवारिक कलह तो नहीं था, जिसने उन्हें इस कदम के लिए मजबूर किया। दिल्ली में जिम्मेदार और अनुशासित अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले ललित सिरोही की आत्महत्या से दिल्ली पुलिस में शोक की लहर है।
फॉरेंसिक टीम ने कमरे को किया सील
फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और कमरे को सील कर दिया गया है. पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि कहीं कोई सुसाइड नोट छोड़ा गया है या नहीं। परिवारवालों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह जाना जा सके कि बीते कुछ समय से उनके व्यवहार में क्या कोई बदलाव था। ललित सिरोही दिल्ली पुलिस में एक अनुशासित अधिकारी के रूप में जाने जाते थे और उनके सहकर्मी उन्हें शांत स्वभाव का बताते हैं। इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में भी शोक की लहर है। फिलहाल पुलिस मामले की हर एंकल से जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।