योजना में क्या होगा खास?
- 450 एमएम की नई पाइपलाइन – मोहनगढ़ नहर से गजरूपसागर तक बिछेगी।
-गजरूपसागर बनेगा जल संग्रहण केंद्र – 225 एमएल पानी स्टोर होगा, जो 15 दिन की जलापूर्ति के लिए पर्याप्त होगा।
-अतिरिक्त फिल्टर प्लांट और पंप हाउस – शहर की बढ़ती मांग के अनुरूप नए संयंत्र बनाए जाएंगे।
… इसलिए जरूरी है यह योजना?
20 किमी पुरानी पाइपलाइन जर्जर - देवा माइनर से जल आपूर्ति ठप।
-डाबला नलकूपों का जलस्तर गिरा - भूमिगत जल स्रोत भी खत्म होने की कगार पर।
सेना, रेलवे और टूरिज्म का दबाव – लाखों पर्यटकों और सैन्य ठिकानों की वजह से मांग कई गुना बढ़ी। नहरबंदी और बिजली संकट – हर साल नहरबंदी और बिजली ट्रिपिंग से शहर में हाहाकार मचता है।
मिलेगी स्थायी राहत
यदि यह योजना बजट में स्वीकृत हो जाती है, तो शहर को स्थायी राहत मिलेगी। मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसकी मंजूरी की मांग की है। -छोटूसिंह भाटी, विधायक जैसलमेर