हे राम! सरकारी सत्संग भवन बन रहा निजी कैंपस में
चित्रकूट विकास प्राधिकरण के सीईओ ने रुकवाया निर्माण सतना. मध्यप्रदेश शासन चित्रकूट का विकास अयोध्या की तर्ज पर करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए 750 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। लेकिन, इसके पहले ही चित्रकूट में सरकारी निर्माण कार्य को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।75 लाख का सरकारी भवन बना […]
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75 लाख का सरकारी भवन बना रहे डीआरआइ के आरोग्यधाम में
चित्रकूट विकास प्राधिकरण के सीईओ ने रुकवाया निर्माण सतना. मध्यप्रदेश शासन चित्रकूट का विकास अयोध्या की तर्ज पर करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए 750 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। लेकिन, इसके पहले ही चित्रकूट में सरकारी निर्माण कार्य को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
75 लाख का सरकारी भवन बना रहे डीआरआइ के आरोग्यधाम में
चित्रकूट में आम जनता के लिए धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा स्वीकृत 75 लाख रुपए के सत्संग भवन निर्माण में बड़ा खेल कर दिया गया है। ईई पीआईयू ने इस भवन को शासकीय जमीन पर न बना कर नियम विरुद्ध तरीके से डीआरआई द्वारा संचालित संस्था आरोग्यधाम कैंपस के अंदर बनाना शुरू कर दिया है। डीआरआई कैम्पस में सरकारी भवन बनाए जाने को लेकर संबंधित निर्माण एजेंसी और डीआरई प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि जानकारी लगने पर चित्रकूट विकास प्राधिकरण सीईओ ने निर्माण रुकवा दिया है।
दो दिन से ईई मंत्री के साथ
मामले में जब पत्रिका ने ईई पीआइयू एसपी तिवारी से डीआरआई के निजी कैंपस में सरकारी भवन निर्माण का कारण जानना चाहा तो वे लगातार बचते नजर आए। दो दिन में ईई पीआईयू से आधा दर्जन बार इस संबंध में संपर्क किया गया लेकिन उनका हर बार जवाब रहा कि मंत्री के साथ हूं अभी बात नहीं कर सकता। इधर इस मामले में आरोग्यधाम के प्रशासकीय प्रबंधक अनिल जायसवाल से बात की गई तो उन्होंने परिसर में किसी भी तरह के नए भवन के निर्माण से इनकार किया।
ऐसे मिला था सत्संग भवन सभागार…
तत्कालीन धर्मस्व मंत्री ऊषा ठाकुर जब चित्रकूट भ्रमण पर आई थीं तब उनके सामने यह मामला रखा गया था कि यहां पर आयोजन के लिए कोई स्थल नहीं है। इस पर उन्होंने सत्संग भवन सभागार बनाने की घोषणा की थी। इसके परिपालन में धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने मंदाकिनी नदी के तट पर सत्संग भवन निर्माण के लिए 75.62 लाख रुपए जारी भी कर दिए। इस कार्य के लिए निर्माण एजेंसी पीआईयू को बनाया गया है।
सरकारी जमीन का करना था चिह्नांकन
सत्संग भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत होने के बाद चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के किनारे सत्संग भवन बनाने के लिए शासकीय जमीन चिह्नांकन और आवंटन के निर्देश शासन स्तर से दिए गए थे। मामले में नायब तहसीलदार चित्रकूट से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक उनके द्वारा इस भवन के लिए जमीन का चिह्नांकन नहीं किया गया है, लेकिन इस कार्य की निर्माण एजेंसी पीआईयू के ईई ने गुपचुप आरोग्यधाम कैंपस के अंदर सत्संग भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। एक महीने से शुरू इस कार्य में ङ्क्षप्लथ स्तर तक का काम भी हो गया और पिलर बनने शुरू हो गए हैं।
मामला संज्ञान में नहीं था
यह मामला संज्ञान में नहीं था। भवन निर्माण कार्य रुकवा दिया गया है। इसके लिए चित्रकूट में उपयुक्त शासकीय जमीन चिह्नांकित की जाकर भवन निर्माण करवाया जाएगा।
-स्वप्निल वानखेड़े, सीईओ चित्रकूट विकास प्राधिकरण
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