शहर में मानसून की शुरुआत से ही सडक़ों पर गड्ढे पड़ने की शुरुआत हो गई। इनमें से कई ऐसी हैं जिनका निर्माण पिछले वर्ष ही हुआ है फिर भी गड्ढे दिखाई दे रहे हैं।इस मानसून में शहर के विविध जगहों की सडक़ों पर 19626 गड्ढे हुए हैं। यह संख्या दर्शाती है कि शहर में शायद ही कोई सड़क होगी, जहां गड्ढे नहीं हुए हैंं। शहर के पूर्व जोन में सबसे अधिक 5297 गड्ढे पड़े, जबकि दक्षिण जोन में 4388, उत्तर पश्चिम जोन में 3150, उत्तर जोन में 2228, पश्चिम जोन में 1816, दक्षिण-पश्चिम जोन में 1712, तथा मध्यजोन में 629 गड्ढे हुए हैं। हालांकि महानगरपालिका का दावा है कि जो गड्ढे पड़े हैं उनमें से बहुत कम गड्ढे ही भरने बाकी हैं। अधिकांश गड्ढों को भर दिया है।
सड़क के लिए एक हजार करोड़ का बजट फिर भी परेशानी
मनपा के बजट में अच्छी सडक़ें बनाने के लिए एक हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया जाता है। इसके बावजूद हर वर्ष बारिश के दौरान गड्ढे होते हैं। लोगों को परेशानी हर साल झेलनी पड़ती है। मनपा ने हर वार्ड में व्हाइट टॉपिंग रोड बनाने का वादा किया था, लेकिन उस पर पूरी तरह से खरी नहीं उतरी। शहर में जिस तरह से गड्ढे हैं, उन्हें भरने में तीन से चार माह लग सकते हैं। -शेहजादखान पठान, मनपा में विपक्ष के नेता
कुछ गड्ढे ही भरने शेष
रीसरफेसिंग कार्य जल्दशहर में 19 हजार से ज्यादा गड्ढे पड़ने की जो बात है, उसमें से ज्यादातर को भर दिया है। बहुत कम गड्ढे भरने शेष हैं। शुक्रवार को बारिश थमी है, जिससे गड्ढों को भरने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। दो तीन दिन ऐसे ही बारिश थमी रही तो सड़कों की रीसरफेसिंग का कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। मनपा का खुद का हॉट मिक्स प्लांट है। जल्द सड़कें दुरस्त कर दी जाएंगी। -देवांग दाणी, अध्यक्ष, स्थायी समिति, मनपा इस जोन में पड़े इतने गड्ढेजोन-गड्ढों की संख्या- भरना बाकीपूर्व जोन -5297-92दक्षिण जोन-4388-00उत्तर पश्चिम-3150-101उत्तर जोन-2228-116पश्चिम जोन- 1816-53दक्षिण-पश्चिम- 1712-00मध्यजोन-629-07000000
सुबह तक चालू हो जाएगा त्रागड अंडरपास
महानगरपालिका में स्थायी समिति के अध्यक्ष देवांग दाणी ने बताया कि वैष्णोदेवी सर्कल -त्रागड़ अंडरपास में भरे पानी को निकालकर उसे पुन: चालू करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस अंडरपास को शुक्रवार मध्यरात्रि से चालू करने की तैयारी है। शनिवार सुबह इसे निश्चित तौर पर शुरू कर दिया जाएगा। जहां-जहां पानी भरा है, वहां भी जल निकासी की जा रही है। सफाई का कार्य तेज गति से किया जा रहा है।