आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार करने वाले निर्धारित अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की पद पूर्ति शासकीय मानकों के अनुरूप होना चाहिए। सरकारी अस्पताल में आधुनिक संसाधन तो उपलब्ध करा दिए जाते हैं पर उनके संचालन के लिए तकनीकी रूप से प्रशिक्षित स्टाफ का अभाव होता है। आधुनिक मशीनों को ऑपरेट करने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ का होना भी जरूरी है। – ललित महालकरी, इंदौर
चिकित्सा की सुविधाएं आम लोगों को सुलभ कराना सरकार की पहली प्राथमिकता बने। देश के सभी सरकारी अस्पतालों में दवाइयां मुफ्त मिले। गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज हो। निजी अस्पतालों में गरीबों व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त इलाज मिले। समय पर इलाज के लिए सरकार नीति बनाए। सारे देश में ऐसी व्यवस्था लागू हो। – शिवजी लाल मीना, जयपुर
स्वास्थ्य केंद्रों एवं अस्पतालों में चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर करते हुए समय पर नियुक्ति दी जाए। केंद्रों पर स्वास्थ्य परीक्षण जैसे एक्सरे, सीटी स्कैन, रक्त जांच, पेशाब जांच इत्यादि की सुविधा मुहैया करवानी चाहिए तथा आधुनिक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित हो, जिससे आम लोग चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा सकें। – गजेंद्र चौहान कसौदा, डीग
जांच की सुविधाओं में बढ़ोतरी के साथ ही अधिक से अधिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएं, जिससे आम लोगों तक सुविधा पहुंच सकें। समय-समय पर मौसमी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक कर निदान के उपाय व इलाज सुलभ तरीके से उपलब्ध हो तो स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर तरीक से लोगों तक पहुंचा जा सकता है। – बिहारी लाल बालान, लक्ष्मणगढ़ सीकर
चिकित्सा स्वास्थ्य की दृष्टि से संवैधानिक मूल अधिकारों में आता है। राज्य का यह कर्तव्य बनता है कि वह जनसाधारण को सुलभ, सस्ती ,समावेशी और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाए। राइट टू हेल्थ आज भी सवालिया निशाने पर है ।
सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा और दयनीय स्थिति आए दिन सोशल मीडिया पर उजागर होती है। सरकार को चाहिए चिकित्सा पर बजट बढ़ाए। अस्पतालों में प्रशिक्षित स्टाफ,डॉक्टर, आधुनिक जांच मशीनें मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जाएं। – सिद्धार्थ शर्मा, गरियाबंद, छत्तीसगढ़
जन स्वास्थ्य के लिए चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है। इसके लिए सरकार योजनाएं भी बनाती है परंतु इनके क्रियान्वयन के समय जनजागरूकता और प्रचार प्रसार के अभाव में जनता तक इनका लाभ नहीं पहुंच पाता। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में तो बुनियादी चिकित्सा सेवा यहां तक कि एम्बुलेंस भी समय पर उपलब्ध नहीं हो पाती। – रूपसिंह ठाकुर , इंदौर
उपखंड स्तर पर ब्लॉक स्तर पर एक उच्च स्तरीय अस्पताल का गठन किया जाए, जिसमें अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉक्टर अपनी सेवाएं प्रदान करें और सभी प्रकार की जांच और मशीन उपलब्ध हो ताकि क्षेत्र को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सके और आपातकाल की स्थिति में भी इन चिकित्सकों के पास पहुंचना सुलभ रहे। – प्रिंस कुमार शर्मा सिंघाना झुंझुनूं