स्किल इंडिया योजना का पुनरावलोकन हो
आजकल उच्च शिक्षा प्राप्त डिग्री धारक बेरोजगार हैं। सरकार ने स्किल इंडिया योजना बनाई थी, जिसका उद्देश्य युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना था, ताकि वे स्वतंत्र रूप से काम कर सकें या अपना स्टार्टअप शुरू कर सकें। इस योजना की एक बार पुनः समीक्षा की जानी चाहिए। इससे गरीब और कम पढ़े-लिखे वर्ग को काफी लाभ होगा। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी बेरोजगार रहने का कारण कौशल की कमी है, और स्किल इंडिया इस समस्या का समाधान हो सकता है।-लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
कौशल और डिग्री का संगम
कौशल रखने वाले लोग अपनी बात अच्छे से समझा सकते हैं, चाहे उनके पास डिग्री हो या न हो। आज भी ऐसे लोग हैं जो बिना डिग्री के अपने कार्यों को अच्छे से कर रहे हैं। जब कौशल के साथ डिग्री होती है तो व्यक्ति अपने कार्यों को नई ऊँचाइयों तक ले जा सकता है।-नरेश कानूनगो, देवास म.प्र.
कौशल-आधारित शिक्षा की बढ़ती मांग
डिग्री की जगह कौशल को महत्व देने की प्रक्रिया तेजी से बढ़ रही है। बदलते जॉब मार्केट की आवश्यकताएँ, प्रतिभाशाली छात्रों की कमी और कौशल-आधारित शिक्षा का बढ़ता प्रचलन इसके प्रमुख कारण हैं। डिग्री की गुणवत्ता में गिरावट भी एक समस्या बन चुकी है। इस बदलाव का समाधान उद्योग-शिक्षा सहयोग को मजबूत करने, कौशल-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने और व्यावहारिक प्रशिक्षण को प्राथमिकता देने में है।-शिवानी ठाकुर, इंदौर
डिग्री का महत्व और बदलता जॉब मार्केट
आज के जॉब मार्केट में, नियोक्ता उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे रहे हैं जिनके पास विशिष्ट कौशल हैं, क्योंकि यह सीधे तौर पर नौकरी से जुड़ा होता है। इसलिए, अब केवल डिग्री से ज्यादा कौशल पर ध्यान देना जरूरी हो गया है, जिससे व्यक्ति अपने करियर में आगे बढ़ सकता है।-कपिल पेसवानी
कौशल-आधारित शिक्षा की आवश्यकता
आज के भारत में शिक्षा प्रणाली में डिग्री की गुणवत्ता की बजाय रटंत प्रणाली हावी है। वास्तविक ज्ञान और कौशल की कमी है, जो रोजगार के अवसरों में बाधा डालती है। सरकार को चाहिए कि वह कौशल-आधारित शिक्षा को प्राथमिकता दे, ताकि युवाओं को केवल डिग्री ही नहीं, बल्कि वास्तविक कामकाजी क्षमता मिल सके।-हरेंद्र सिंह कीलका, दुबई प्रवासी
कौशल की ताकत को समझें
कौशल की ताकत दुनिया में सबसे बड़ी है। किसी भी कोने में जाएं, आपका ज्ञान और कौशल आपको सम्मान दिलाएगा। युवा वर्ग को डिग्रियाँ देने के बजाय उनके कौशल को निखारने की जरूरत है, जिससे हम देश को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।-डॉ. राजेन्द्र कुमावत, जयपुर
स्किल के साथ आत्मनिर्भरता
यदि डिग्री की बजाय कौशल को प्राथमिकता दी जाए, तो यह बेरोजगारी को दूर करने में मदद कर सकता है। कौशल के माध्यम से व्यक्ति आत्मनिर्भर बन सकता है और अपने कार्य को स्वतंत्र रूप से निभा सकता है। इससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा और सरकारी नौकरी की प्रतिस्पर्धा से मुक्ति मिलेगी।-बिहारी लाल बालान, लक्ष्मणगढ़ सीकर
कौशल और डिग्री का संतुलन
डिग्री और कौशल दोनों की अलग-अलग महत्ता है। हालांकि, डिग्री के साथ कौशल का होना एक आदर्श स्थिति है, जिससे व्यक्ति अपने कार्यों को नई ऊँचाई तक ले जा सकता है। इस मिश्रण से समाज और रोजगार क्षेत्र में बदलाव आ सकता है।-राजकुमार पाटीदार, सुनेल झालावाड़