दूसरे गेम में सेन ने लय हासिल की, लेकिन…
चीनी खिलाड़ी ने शुरू से ही बेहतरीन नियंत्रण और आक्रामकता दिखाई। पहला गेम एकतरफा रहा, जिसमें शिफेंग ने शुरुआती बढ़त हासिल की और फिर लगातार 9 अंक लेकर 21-10 से गेम अपने नाम किया। हालांकि, दूसरे गेम में सेन ने अपनी लय हासिल कर ली और वापसी करते हुए इंटरवल पर 11-9 की बढ़त बना ली। उनके बेहतर शॉट प्लेसमेंट और नेट प्ले ने कुछ समय के लिए शिफेंग पर दबाव बनाया, लेकिन चीनी शटलर ने जल्दी ही अपना संयम वापस पा लिया, और दूसरा गेम 21-16 से जीतकर मैच अपने नाम किया।
लगातार दूसरी बार क्वार्टरफाइनल में बनाई थी जगह
इस हार के साथ बर्मिंघम में भारत का एकल अभियान समाप्त हो गया। लक्ष्य सेन ने शिफेंग के खिलाफ निरंतरता बनाए रखने के लिए संघर्ष किया, जिससे उनके प्रतिद्वंद्वी ने मैच के बड़े हिस्से में नियंत्रण अपने पास रखा। सेन लगातार दूसरी बार ऑल-इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पहुंचे हैं। इससे पहले वह 2024 में भी यहां तक पहुंचे थे।
मालविका बंसोड़ प्री-क्वार्टर फाइनल में हारीं
दूसरी ओर महिला एकल स्पर्धा में मालविका बंसोड़ प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गईं। उन्हें दो बार की विश्व चैंपियन जापान की अकाने यामागुची से सीधे गेम्स में हार का सामना करना पड़ा। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी यामागुची ने मालविका को मात्र 33 मिनट में 21-16, 21-13 से हराकर आसान जीत दर्ज की।