बता दें कि एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट अगले महीने यानी 27 अगस्त से शुरू होगा औ 7 सितंबर, 2025 तक बिहार के राजगीर में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान समेत 8 टीमें हिस्सा लेंगी। इस टूर्नामेंट का विजेता 2026 विश्व कप के लिए सीधे क्वालीफाई करेगा। दूसरी ओर, 14वां FIH जूनियर हॉकी विश्व कप (अंडर-21) 28 नवंबर से 10 दिसंबर, 2025 तक तमिलनाडु के चेन्नई और मदुरै में खेला जाएगा। यह पहली बार होगा जब इस टूर्नामेंट में 24 टीमें हिस्सा लेंगी। पूल बी में चिली और स्विट्जरलैंड के साथ भारत और पाकिस्तान को रखा गया है।
खेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय (MHA) और विदेश मंत्रालय (MEA) ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के वीजा प्रक्रिया को मंजूरी दे दी है। एक सूत्र ने कहा, “हम किसी भी देश को बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने से नहीं रोक सकते। द्विपक्षीय प्रतियोगिताएं अलग हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खेलों में भागीदारी को रोकना ओलंपिक चार्टर के खिलाफ होगा।” यह निर्णय हाल के पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद लिया गया है, जिसके कारण दोनों देशों के बीच खेल आयोजनों को लेकर अनिश्चितता थी।
पाक के भागिदारी पर था संदेह
पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर पहले संदेह था, क्योंकि 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तानी जूनियर हॉकी टीम को भारत में वीजा नहीं मिला था। हालांकि, इस बार भारत ने IOC के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाए। इस कदम से न केवल हॉकी प्रशंसकों में उत्साह है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच खेल के माध्यम से सद्भावना को बढ़ावा दे सकता है। हाल ही में दोनों टीमें जुनियर एशिया कप 2024 के फाइनल में भिड़ी थी, जहां भारत ने 5-3 से हराकर खिताब जीता था।