महाकुंभ पहुंचे दिग्गविजय सिंह ने योगी सरकार को दिया सुझाव, कहा-कहीं न कहीं, कमी तो रह गई…
Digvijaya Singh With His Son in Mahakumbh 2025: कांग्रेस नेता मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद दिग्गविजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन सिंह के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंचे। यहां उन्होंने योगी सरकार को कुछ अहम सुझाव दिए। आइए बताते हैं दिग्गविजय सिंह ने क्या कहा ?
Digvijaya Singh with his Son Jaivardhan Singh in Mahakumbh
Digvijaya Singh With Jaivardhan Singh in Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के महाकुंभ में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद दिग्गविजय सिंह पहुंचे। दिग्गविजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन सिंह के साथ यहां पहुंचे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुछ सुझाव दिए और कहा कि कहीं न कहीं, कमी तो रह गई।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने महाकुंभ 2025 पर कहा, “मैं पिछले 3 कुंभ से यहां(प्रयागराज) स्नान करता आया हूं। महाकुंभ में जो दुर्घटना हुई है उस पर हम अपना दुख प्रकट करते हैं। कहीं न कहीं कमी रही क्योंकि कहा गया था कि महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था है। इसे(महाकुंभ) इवेंट नहीं मानना चाहिए यह हमारी आस्था का प्रश्न है।”
#WATCH | Prayagraj, UP: Congress MP Digvijay Singh says, "…I have been coming for the holy bath in the last three Maha Kumbhs. For me, this is not a matter of politics but a matter of devotion… If parking space was made on every road, there would be no traffic jams… We have… https://t.co/3Ch9gRQFrPpic.twitter.com/1MCmmmjduy
ट्रैफिक मैनेजमेंट और VIP कल्चर की बात करते हुए दिग्गविजय सिंह ने बताया कि हमलोग कोई वीआईपी के रुप में नहीं आए हैं। हम यहां साधारण यात्री की तरह आए हैं। VIP मूवमेंट की वजह से भी दिक्कत आती है। लोग अपनी अपनी व्यवस्था कर के आये। दिल्ली से हवाई जहाज से प्रयागराज आये और एक मित्र का हेलीकाप्टर मिल गया तो हेलीकाप्टर से यहां तक आ गए।
प्रयागराज के त्रिवेणी में दिग्गविजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन सिंह के साथ आस्था की डुबकी लगाई। जयवर्धन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर लिखा कि आज प्रयागराज में मेरे पिता दिग्विजय सिंह जी के साथ महाकुंभ माघ पूर्णिमा के पावन दिन पर त्रिवेणी संगम में स्नान करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। माँ गंगा यमुना सरस्वती, सूर्यदेव भगवान, हमारे पितरों व देवी देवताओं का आशीर्वाद और असीम कृपा सदैव बनी रहे।