गाजीपुर निवासी ठेकेदार दीपक कुमार पांडेय ने आरोप लगाया था कि महाकुंभ के दौरान अपनी फर्म ‘एसपी इंटरप्राइजेज’ के तहत किए गए पांटून पुल और सड़क रखरखाव कार्य के भुगतान के एवज में कैशियर रिश्वत की मांग कर रहा था। दीपक ने 13 अप्रैल को भ्रष्टाचार निवारण संगठन को शिकायत दी थी।
शिकायत की पुष्टि होते ही संगठन के प्रभारी ट्रैप निरीक्षक रविंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाया। बुधवार को दोपहर करीब 12:15 बजे कचहरी के पास स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय में जैसे ही शिकायतकर्ता दीपक ने कैशियर को 20 हजार रुपये सौंपे, टीम ने मौके पर ही उसे पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जार्जटाउन थाने ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में उसने खुद को बेली रोड, नया कटरा निवासी बताया। पीडब्ल्यूडी के खंड पांच के अधिशासी अभियंता विवेक सौरभ ने बताया कि अनंत मोहन शुक्ल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही उसे निलंबित किया जाएगा।
गुरुवार को आरोपी को वाराणसी की अदालत में पेश किया जाएगा। इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार पर एक बार फिर सवाल उठे हैं और ऐसे मामलों में कड़ी सख्ती की मांग जोर पकड़ रही है।