scriptAyushman Bharat Yojana: सवा साल बाद भी आयुष्मान भारत योजना का नहीं बढ़ा पैकेज, पुराने पैकेज से हो रहा इलाज.. | Ayushman Bharat Yojana: Even after a year and a quarter, the package | Patrika News
रायपुर

Ayushman Bharat Yojana: सवा साल बाद भी आयुष्मान भारत योजना का नहीं बढ़ा पैकेज, पुराने पैकेज से हो रहा इलाज..

Ayushman Bharat Yojana: रायपुर में आयुष्मान भारत योजना (शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना) का पैकेज नई सरकार के गठन के सवा साल बाद भी नहीं बढ़ा है।

रायपुरFeb 25, 2025 / 12:12 pm

Shradha Jaiswal

Ayushman Bharat Yojana: सवा साल बाद भी आयुष्मान भारत योजना का नहीं बढ़ा पैकेज, पुराने पैकेज से हो रहा इलाज..
Ayushman Bharat Yojana: छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयुष्मान भारत योजना (शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना) का पैकेज नई सरकार के गठन के सवा साल बाद भी नहीं बढ़ा है। पैकेज बढ़ने से प्रदेश के 54 लाख परिवारों को लाभ मिलता। लोगों को इंतजार है कि कब पैकेज बढ़ेगा और उन्हें गंभीर बीमारियों का इलाज कैशलेस कराने का मौका मिलेगा।
वर्तमान में एपीएल का सालाना पैकेज 50 हजार व बीपीएल का 5 लाख रुपए है। इसे बढ़ाकर 5 लाख व 10 लाख करने की घोषणा थी। पैकेज बढ़ाने पर सरकार पर सालाना करोड़ों रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। कुछ अधिकारियों का कहना है कि 3 मार्च को पेश होने वाले बजट में इसकी घोषणा की जा सकती है। बढ़े हुए पैकेज में लोगों का बोन मेरो ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट व बायपास सर्जरी कराने में मदद मिलती।
यह भी पढ़ें

आपके मोबाइल का वॉलेट बताएगा खाते में इलाज के लिए कितना पैसा है बाकी

Ayushman Bharat Yojana: आयुष्मान भारत योजना का नहीं बढ़ा पैकेज

हालांकि लिवर ट्रांसप्लांट के लिए मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना की जरूरत पड़ती है। इस योजना पिछले साल प्रदेश सरकार ने पैकेज 20 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दिया था। गौरतलब है कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में आयुष्मान भारत का पैकेज बढ़ाने की बात कही थी। प्रदेश में करीब 44 लाख बीपीएल व करीब 10 लाख एपीएल परिवार है, जिन्हें आयुष्मान भारत का लाभ मिल रहा है। एक परिवार में औसतन 4.5 लोग आते हैं। अगर परिवार में 8 लोग है तो भी वे तय पैकेज के अनुसार इलाज करवा सकेंगे। जो पैकेज होता है, वह एक व्यक्ति के बजाय पूरे परिवार के लिए होता है।
प्रदेश के मेडिकल कॉलेज समेत जिला अस्पतालों व सीएचसी में तथा पंजीकृत बड़े व छोटे निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना से मरीजों का फ्री इलाज हो रहा है। किडनी, लीवर व बोन मेरो ट्रांसप्लांट बड़े निजी अस्पतालों में ही हो रहा है। हालांकि पिछले कुछ सालों ने कुछ निजी अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड को एटीएम कार्ड की तरह उपयोग करने लगे हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार छापे भी मार रही है। हालांकि यह नाकाफी है। पिछले कुछ दिनों में पड़े छापों से निजी अस्पतालों में हड़कंप की स्थिति है।

आयुष्मान भारत एक नजर में

कुल ई कार्ड बने 23486076 (16 सितंबर 2018 से)

कुल हितग्राही 3840306

कुल क्लेम 6687214

कुल सरकारी व निजी अस्पताल 1587

बोन मेरो के लिए साढ़े 4 से 18 लाख की मदद

डीएमई डॉ. यूएस पैकरा ने कहा की आयुष्मान भारत योजना का पैकेज बढ़ाने का लाभ जरूरतमंद परिवारों को मिलेगा। डीकेएस में किडनी, लिवर व बोन मेरो ट्रांसप्लांट शुरू करने की योजना है। इसमें सबसे पहले किडनी ट्रांसप्लांट शुरू होने की संभावना है।
बोन मेरो ट्रांसप्लांट के लिए 4.5 से 18 लाख का पैकेज दिया जाता है। मरीज के क्लीनिकल कंडीशन के हिसाब से पैकेज तय होता है। इसमें केवल बीपीएल ही नहीं एपीएल परिवार भी फ्री में इलाज करवा पाएगा। वहीं लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 18 लाख रुपए का पैकेज तय है। हालांकि 5 लाख रुपए से ज्यादा का पैकेज नहीं है। इसके लिए मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत राशि दी जाती है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत लिवर ट्रांसप्लांट नहीं हो सकता। वहीं, बायपास सर्जरी के लिए डेढ़ से दो लाख व किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ढाई से तीन लाख रुपए का पैकेज दिया जा रहा है। ये ट्रांसप्लांट किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में नहीं हो रहा है। निजी अस्पतालों में ये ट्रांसप्लांट हो रहा है। एम्स में मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट हो रहा है। वहीं डीकेएस में प्रस्तावित है।

Hindi News / Raipur / Ayushman Bharat Yojana: सवा साल बाद भी आयुष्मान भारत योजना का नहीं बढ़ा पैकेज, पुराने पैकेज से हो रहा इलाज..

ट्रेंडिंग वीडियो