Crime News: शहर बना नशीलें पदार्थों की तस्करी का कॉरिडोर
एक तरह से राजनांदगांव नशीलें पदार्थों की तस्करी का कॉरिडोर बन गया है। हाल ही में डोंगरगढ़ क्षेत्र में एमपी निर्मित 27 लाख की शराब बरामद हुई है। गांजा तस्करी का मुख्य सरगना मंदिर हसौद निवासी संतोष पाल है। वह प्रति किलो 1 हजार रुपए कमीशन लेकर ओडिशा से गांजा लेकर मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र व अन्य जगहों पर तस्करी करता था। भागने का प्रयास कर रहे थे आरोपी
गठित संयुक्त टीम बीरे पुलिया चांद-सूरज मेन रोड़ ग्राम बोेरतलाव के पास नाकाबंदी पाइंट लगा कर वाहनों की जांच शुरू की। मुखबिर के बताए वाहन क्रमांक सीजी10-बीक्यू 0634 आते दिखा। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर रोकने का प्रयास किया। उक्त वाहन चालक जंगल की ओर भागने का प्रयास कर रहा था। पुलिस पार्टी ने घेराबंदी तस्कर दिलावर अली पिता दरबार अली निवासी ग्राम झलमला, थाना सीपत जिला बिलासपुर व संतोष पाल पिता रोमलाल निवासी नक्टा मंदिर हसौद जिला रायपुर को गिरफ्तार किया।
रात को घेराबंदी की
प्रेसवार्ता में एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि 30 मार्च की रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक चार पहिया वाहन में भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ गांजा को ओडिसा से तस्करी कर मध्यप्रदेश ले जाया जा रहा है। तस्करी वाहन राजनांदगांव के बोरतलाव क्षेत्र से होकर गुजरेगा। एसपी ने बताया कि सूचना पर तत्काल नारकोटिक्स टास्क फोर्स व साइबर सेल प्रभारी विनय पम्मार व थाना प्रभारी बोरतलाव उपेन्द्र शाह के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
ऐसे हुआ सौदा
गांजा तस्करी का मुख्य सरगना मंदिर हसौद निवासी संतोष पाल है। संतोष को ओडिशा से मध्यप्रदेश व अन्य जगहों पर तस्करी करने का मुख्य सप्लायर से प्रति किलो एक हजार रुपए कमीशन में सौदा करता है। गांजा को उपरोक्त जगह पर सप्लाई करता है।
इन पर कार्रवाई होगी
जिला पुलिस अब इस मामले को गंभीरता से लेते ओडिसा से सप्लाई करने वाले व एमपी में मंगाने वाले के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी में है। मिली जानकारी के अनुसार साइबर सेल व पुलिस की टीम ओडिशा व मध्यप्रदेश जाकर सरगनाओं को हिरासत में लेने की तैयारी में है।