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चुनाव के लिए करीब चार हजार अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें शिक्षक सहित अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। चुनावी ड्यूटी लगने के बाद बहुत सारे कर्मचारियों को स्वास्थ्य गत सहित अन्य समस्या आ रही है। उन्होंने ड्यूटी से बचने के लिए आवेदन भी प्रस्तुत कर दिया है। मिली जानकारी अनुसार इस तरह के कुल 125 आवेदन आए हुए हैं। हालांकि विभाग प्रमुख को भेजे गए आवेदनों की जांच के बाद ही उन्हें चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा। इन आवेदनों की जांच प्रक्रिया चल रही है।
जिला शिक्ष अधिकारी प्रवास सिंह बघेल ने बताया कि चुनाव सम्पन्न कराने अन्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई। कुछ कर्मचारियों ने चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने आवेदन दिया है। आवेदनों की जांच की जा रही है। ठोस कारण के आधार पर ही मुक्त किया जाएगा।
ड्यूटी में अब भी हो रहा फेरबदल
नगरीय निकाय जहां 11 फरवरी को होगी तो पंचायत चुनाव तीन स्तर में होगा। इसके लिए शहरी क्षेत्र के शिक्षकों की ड्यूटी ग्रामीण चुनाव में और पंचायत चुनाव के लिए शहरी क्षेत्र के शिक्षक व अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। अब यहां ऐसी भी समस्या आ रही है कि जिस छुरिया में पढ़ाने वाले किसी शिक्षक की ड्यूटी निगम चुनाव में लगाई जा रही है, तो पता चल रहा है कि वह राजनांदगांव जिला मुख्यालय सेही आना-जाना कर रहे हैं। ऐसे शिक्षक सहित अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी में अब भी फेरबदल की प्रक्रिया जा रही है।
जिन कर्मचारियों की ड्यूटी 11 फरवरी को होने वाले नगर निगम चुनाव में लगाई गई है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं, जो प्रशिक्षण में भाग लेने से भी कतरा रहे हैं। उन्हें अब नोटिस जारी करने की तैयारी चल रही है।
किसी का बीपी बढ़ा तो किसी को शुगर की समस्या
कर्मचारियों द्वारा प्रस्तुत किए गए आवेदनों में किसी का बीपी बढ़ा हुआ है, तो किसी को शुगर की समस्या है। इसके साथ ही कुछ लोगों ने शादी सहित अन्य पारिवारिक कार्यक्रम होने का बहाना बनाया है। प्रशासन से मिली जानकारी अनुसार स्वास्थ्य गत बड़ी परेशानी होने और खुद की या फिर घर में ही शादी होने पर ही ऐसे कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से हटाया जाएगा।