बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले शिक्षकों का समाज में आज भी महत्वपूर्ण स्थान है। ज्यादातर शिक्षक न केवल अच्छाई के रास्ते पर चलने की शिक्षा देते हैं बल्कि खुद भी ऐसा आचरण करते हुए स्टूडेंट के लिए प्रेरक और मार्गदर्शन बनते हैं। ऐसे में रीवा के नशाखोर प्रोफेसर ने पेशेगत मानदंडों भी चुनौती दी है।
सिविल लाइन में सड़क पर लड़खड़ाते और जमीन पर लोटते पाया गया प्रोफेसर का नाम अभिषेक मालवीय है जोकि रीवा के जीडीसी कॉलेज में पदस्थ है। वह कॉमर्स पढ़ाता है। नशे की हालत में प्रोफेसर कोर्ट परिसर के पास काफी देर तक सड़क पर लोटता रहा। वहां लोगों की भीड़ लग गई। मौजूद लोगों ने उसकी सहायता के लिए एंबुलेंस भी बुला ली थी।
रीवा के लोगों का कहना है कि प्रोफेसर ने ऐसी हरकत कर शिक्षा व्यवस्था को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। शिक्षा विभाग और कॉलेज मैनेजमेंट को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।