इस वायरस से चिंता की कोई बात नहीं हैं, यह आम सर्दी जुकाम के जैसा ही असर करता है और अभी जिले में कोई केस भी नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग मौसमी इन्फ्लूएंजा से जुड़ी बीमारियों पर अलर्ट जारी करके पैनी नजर बनाए हुए है।
मांगा जा रहा मरीजों का डेटा
जिला अस्पताल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज व सीएससी, पीएससी सेंटरों पर आ रहे सर्दी-खांसी के मरीजों पर भी नजर रखी जा रही रही है। डॉक्टर्स से वायरल इंफेक्शन के मरीजों का डेटा मंगाया जा रहा है। अभी क्षेत्र में एन्फ्लुएंजा, पैराएन्फ्लुएंजा, राइनो, आरएसवी के साथ विगत सप्ताह दमोह से 8 कोरोना वायरस के केस भी सामने आए हैं। ये भी पढ़ें: एमपी में बनेगा नया ‘कॉरिडोर’, ली जाएगी 17 गांवों की जमीन कमजोर इम्युनिटी वाले रहें अलर्ट
एचएमपीवी का एक भी केस सामने नहीं आया है। हालांकि निर्देश हैं कि गंभीर स्थिति के मरीज की एचएमपीवी जांच पुणे की लैब से कराई जाए। एचएमपीवी वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते हैं, जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई।
डॉ. ज्योति चौहान ने कहा कि वायरस से डरने की कोई जरूरत नहीं है, संक्रमण से बचने साफ-सफाई का ध्यान रखने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी है।