ऐसे समझें लूट के इस गणित को
बीएमसी में हर दिन 1500-1700 नए मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। 750 मरीज भर्ती रहते हैं। इनको देखने के लिए रिश्तेदार भी पहुंचते हैं। ऐसे में बीएमसी परिसर में रोज करीब 2000 वाहन ऐसे पहुंचते हैं जिनको पार्किंग शुल्क देना पड़ता है। ठेकेदार बाइक पार्किंग के 20 तो चार पहिया वाहनों से 40 रुपए वसूल रहे हैं। 20 रुपए के हिसाब से ही रोजाना दो हजार दो पहिया वाहनों से चालीस हजार पार्किंग शुल्क प्राप्त होता है। इसी दो हजार वाहनों में अगर 200 कार भी शामिल कर दें तो ये शुल्क और बढ़ जाता है। लेकिन कुछ वाहन पूर्व के दिनों के भी रहते हैं, इस तरह औसत तीस हजार से ज्यादा की उगाही रोजाना हो रही है।बिना कारण बताए निरस्त हुआ टेंडर
अभी 12 घंटे, 24 घंटे और उससे अधिक समय के लिए अलग-अलग राशि वसूली जा रही है। कर्मचारी चौबीस घंटे के लिए पार्किंग पर बाइक के 20 और चार पहिया वाहन के 40 रुपए वसूल रहे हैं। प्रबंधन ने नए टेंडर कर एक रेट फिक्स किया था, जिसमें विकलांग व शासकीय वाहनों के लिए पार्किंग नि:शुल्क रहेगी, साइकिल के 5, बाइक के 10 और कार के सिर्फ 20 रुपए चौबीस घंटे की पार्किंग के लिए जाएंगे लेकिन यह टेंडर बिना कारण बताए कैंसिल कर दिया गया है।कर्मचारियों व वाहन चालकों में हो रहा विवाद
महंगी वाहन पार्किंग को लेकर बीएमसी में रोज विवाद की स्थिति बन रही है। वाहन चालक ठेकेदार के कर्मचारियों को 10 रुपए देने तैयार रहते हैं, लेकिन 20 रुपए देने से साफ मना कर देते हैं और हर दिन विवाद की स्थिति बन रही है।डॉ. पीएस ठाकुर, डीन बीएमसी।