– हर साल 800 से ज्यादा शिकायतें
साइबर सेल के अनुसार हर साल 800 से ज्यादा शिकायतें मोबाइल गुम व चोरी होने की पुलिस थानों में आती हैं, लेकिन जिले में इनको ट्रैस करने के लिए केवल एसपी कार्यालय में एक साइबर सेल टीम है। टीम साइबर फ्रॉड, अपराध से जुड़े तथ्य और अपराधियों की लोकेशन सहित अन्य कार्यों में ज्यादा व्यस्त रहती है, जिसके कारण मोबाइल को ट्रैस करने ज्यादा समय नहीं मिलता। पोर्टल पर शिकायत पहुंचने से उपभोक्ता को जहां पुलिस के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे तो वहीं साइबर सेल टीम का बोझ भी कम होगा।
– पोर्टल पर ऐसे करें शिकायत
– मोबाइल चोरी या गुम होने पर अपने नजदीकी थाने में दिए आवेदन दें। – सीइआइआर पोर्टल पर जाएं और होम पेज पर ब्लॉक/फोन गुमने के विकल्प पर क्लिक करें। – फार्म में अपनी जरूरी जानकारी जैसे फोन का आइएमइआई नंबर, फोन नंबर व अन्य जरूरी विवरण भरें। – फार्म के साथ पुलिस को दिए आवेदन की कॉपी, पहचान पत्र, मोबाइल खरीदी का बिल जैसे जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
– फार्म सबमिट करने के बाद एक रिक्वेस्ट आइडी मिलेगी। इस रिक्वेस्ट आइडी का उपयोग करके फोन की स्थिति की जांच की जा सकती है।
– ब्लॉक के बाद पूरे देश में नहीं हो सकेगा उपयोग
साइबर सेल टीम के अनुसार जब आप सीइआइआर पोर्टल पर फोन को ब्लॉक कर देते हैं तो इसके बाद उसका उपयोग पूरे देश में नहीं किया जा सकता। यह पुलिस को खोए या चोरी हुए फोन को ट्रैक करने से नहीं रोकता है। फोन मिलने के बाद आइएमइआई को अनब्लॉक किया जा सकता है। इसके लिए सीइआइआर पोर्टल पर जाकर अनब्लॉक करने का अनुरोध करना होगा।
– प्रदेश में 44 हजार फोन हुए ट्रैक
ब्लॉक फोन – ट्रेक हुए फोन – रिकवर हुए फोन 70,324 – 44,326 – 12,528 – जनता-पुलिस दोनों का काम आसान होगा
सीइआइआर पोर्टल से जनता के साथ पुलिस का काम भी आसान होगा। लोगों को घर बैठे कार्रवाई की अपडेट मिलेगी तो यहां साइबर सेल टीम का काम भी कम होगा। लोग जागरूक हों और इस पोर्टल का उपयोग करें। विकास शाहवाल, पुलिस अधीक्षक, सागर