ये है पूरा मामला
दरअसल,
बीना थाना क्षेत्र के बसाहरी गांव की रहने वाली 18 साल की हेमा आदिवासी को गुटखा खाने की बुरी लत थी। हेमा गर्भवती थी जिसके कारण उसेक पति राहुल आदिवासी और ससुराल के अन्य लोगों ने उसे गुटखा देना बंद कर दिया। कुछ दिन हेमा ठीक रही, लेकिन फिर उसकी गुटखा लत ने आक्रामक बना दिया। गुटखा न मिलने की वजह से गुस्सा हो गई और शनिवार शाम 5 बजे महावर पीकर जान देने की कोशिश की। उस समय हेमा घर पर अकेली थी।
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जब ससुराल वाले घर लौटे, तो उन्होंने हेमा को फर्श पर बेहोश पाया। वे उसे पहले सिविल अस्पताल लेकर, जहां उसका प्राथमिक इलाज कियागया। लेकिन हेमा की हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उसे
सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। डॉक्टर्स ने बताया है कि अभी हेमा की हालत नाजुक है।