दरअसल, सिविल लाइंस जयपुर के विधायक गोपाल शर्मा जीणमाता मंदिर के पुजारियों से मिलने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी आ गए। विधायक पुजारियों से मामले की जानकारी ले रहे थे। विधायक ने पुजारियों से कहा कि आप लिखित में दो सरकार और भी सख्त एक्शन लेगी। इस पर पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि मामले के वीडियो-फोटो पिछले कई दिनों से वायरल हो रहे है। मीडिया में पूरा मामला आ गया। अब लिखित में लेने की बात कहां से आ गई।
गुढ़ा बोले-भाजपा राज में पुजारियों के जनेऊ तक टूट गए
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि भाजपा के राज में जीणमाता मंदिर के पुजारियों के जनेऊ तक टूट गए। पुजारियों के साथ मारपीट हुई और पुजारियों व संतों को धरने पर बैठना पड़ रहा है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मंत्री व विधायक के साथ उनके समर्थकों में भी तकरार हो गई। विधायक गोपाल शर्मा ने गुढ़ा को कहा कि मैं आपकी राय नहीं ले रहा हूं। बाद में विधायक ने काफी देर तक पुजारियों से बातचीत की।
मामले में होगी सख्त कार्रवाई, गृहमंत्री को बताया पूरा विषय: विधायक
जयपुर के सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि जीणमाता मंदिर के पुजारियों से बातचीत का दौर चल रहा था। इस दौरान राजेन्द्र गुढा बीच में बोलने लगे। मैंने उनसे पूरे सम्मान से बातचीत की। मैंने पुजारियों से बातचीत कर मामले की पूरी जानकारी ली। इसके बाद गृहमंत्री, डीजीपी सहित सीकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत भी की है। गुढा राजनीति में नहीं आए तब से मेरा जुड़ाव जीणधाम से है। जब कोई शिकायत लिखित में होगी तभी तो एक्शन मजबूती से होगा। सरकार पूरे मामले की जांच करा रही है। मामले में जो भी दोषी होंगे सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
सब कुछ सामने फिर कैसे लिखित में मांगा: पूर्व मंत्री
पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि भाजपा सरकार में मंदिर और मंदिर के पुजारियों के साथ प्रशासन का सौतेला व्यवहार सामने आ रहा है। जीण माता में पुजारियों की जनेऊ तोड़ डाली। पुजारियों के साथ मारपीट हुई। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले में कार्रवाई करने के बजाय विधायक गोपाल शर्मा बोले हमें लिखित में दो। घटना के इतने दिन तक सरकार कहा थी। अब लिखित में लेने वाले विधायक कौन होते है। पुराने जमाने में औरंगजेब की सेना ने मंदिरों पर अत्याचार किए थे। भाजपा सरकार धर्म का झूठा दिखावा करती है। प्रशासन की मनमर्जी नहीं चलने दी जाएगी।