कब मिलेगी जाम से राहत
सीकर व्यापार संघ के संस्थापक राधेश्याम पारीक ने बताया कि कलक्ट्रेट से लेकर बजरंग कांटा तक और स्टेशन रोड पर दिनभर के जाम के हालात बने रहते है। यातायात पुलिस की ओर से वनवे, पार्किंग जोन आदि में ढि़लाई में बरतने की वजह से जाम की समस्या बढ़ रही है।
शहर विकास के लिए मास्टर प्लान जरूरी
स्पीक आऊट में राजेन्द्र खंडेलवाल व कैलाश स्वामी ने कहा कि किसी भी शहर के नियोजित विकास के लिए मास्टर प्लान जरूरी है। शिक्षानगरी का पिछले एक साल से मास्टर प्लान अटका हुआ है। इस वजह से कई कॉलोनियों के नियमन का सपना टूट रहा है। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में लगातार देरी से सिस्टम पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
एज्युकेशन जोन में चाहिए नया पार्क
वहीं नाथूराम ओला, जसवीर भूकर, काशीप्रशाद माउका, सुरेन्द्र त्रिहन, भीवाराम मील व राजवीर सिंह शेखावत ने बताया कि सीकर की मुख्य पहचान एज्युकेशन के दम पर है। सीकर की अर्थव्यवस्था में शिक्षण संस्थाओं का अहम रोल है। ऐसे में जिला प्रशासन, नगर परिषद व यूआइटी को एज्युकेशन जोन इलाके में नया पार्क विकसित करने की योजना बनानी चाहिए जिससे युवाओं को राहत मिल सके।