फल सब्जी व्यापार संघ अध्यक्ष रतनलाल सैनी ने बताया कि मंडी के व्यापारियों ने साेमवार को बिजली लाइन के तारों के टूटने की संभावना जताई थी। इस पर बिजली निगम के कार्मिकों ने दिन में पहुंचकर तारों को ठीक किया। व्यापारियों ने बिजली लाइन के तारों को सही से ठीक करने की बात कही तो लाइनमैन ने अनसुना कर दिया और ताना दिया कि आप हमें मत बताओ की कैसे तार ठीक करने हैं। देर रात करीब 12.45 बजे पोल से तार टूटकर मेसर्स गौरीशंकर सैनी की दुकान नंबर 27 में आग लग गई। दुकान के गोदाम व बाहर रखे प्लास्टिक के कार्टनों ने आग पकड़ ली, जिससे पूरी दुकान व गोदाम में रखा लाखों रुपए का आम, कैरी, टमाटर, अदरक, प्याज व अन्य सब्जियां जलकर राख हो गई। दुकान मालिक सुभाषचंद्र सैनी व व्यापारी चंद्रप्रकाश सैनी ने बताया कि रात को करीब 12:30 बजे उन्हें सूचना मिली कि दुकान में आग लग गई है। की लपटों ने विकराल रूप ले लिया था। दुकान मालिक का आरोप है कि घटना की सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई थी, लेकिन आग लगने के करीब डेढ़ घंटे बाद फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची। जब तक सारा सामान जलकर राख हो चुका था।
आक्रोशित व्यापारी एसई जोशी को मंडी में बुलाने पर अड़े-
आक्रोशित व्यापारियों ने मंगलवार सुबह करीब 7.30 बजे कृषि उपज मंडी के मुख्य गेट के ताला लगा दिया। व्यापारियों ने एक्सईएन संजीव कुमार पारीक को घेर लिया और व्यापारी के नुकसान की भरपाई करने के साथ ही बिजली निगम के दोषी लाइनमैन को हटाने की मांग रखी। व्यापारियों ने करीब एक घंटे तक मंडी का मुख्य गेट नहीं खोलने दिया और बिजली निगमे एक्सईन संजीव कुमार व मंडी सेक्रेटरी सुमन बगड़िया का घेराव किया। सभी व्यापारी बिजली निगम सीकर वृत्त के एसई अरुण कुमार जोशी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे लेकिन एसई को फोन करने के बाद भी वे मौेके पर नहीं पहुंचे। आखिर में उद्योग नगर थाना के सब इंस्पेक्टर रामसिंह ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से समझाइश की। अंत में नहीं मानने पर पुलिस ने गेट का ताला तुड़वाया। इस दौरान जयपुर रोड पर करीब एक किलाेमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस व यातायात पुलिस व होमगार्ड के जवानों ने जाम खुलवाया।
शिवपाल ने बचाई आठ श्रमिकों की जान-
मैसर्स गौरीशंकर सैनी दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी शिवपाल सिंह निवासी पुरियां, झुंझुनूं ने आग लगते ही गोदाम में सो रहे करीब सात-आठ कार्मिकों को दुकान के गेट के कांच के शीशे तोड़कर बाहर निकाला। गोदाम के पीछे वाले गेट से आग की तेज लपटें निकल रही थीं जिसके चलते वहां से कार्मिक नहीं निकल पाए। शिवपाल ने कांच तोड़कर आठ लोगों की जान बचाई। हालांकि इस जद्दोजहद में शिवपाल के स्वयं के दोनों हाथ झुलस गए।
अधिकारियों ने करीब 35 लाख का नुकसान माना-
फल सब्जी व्यापार संघ के महामंत्री गोविंद सैनी ने बताया कि सुबह 11 बजे मंडी में व्यापारियों व प्रशासन, कृषि उपज मंडी की सैक्रेटरी सुमन बगड़िया, एक्सइएन संजीव कुमार, तहसीलदार भीम सैनी, सीएसडी फर्स्ट के एईएन सुनील जांगिड़, पटवारी सहित अन्य अधिकारियों ने व्यापारियों के बैठक की। सभी ने नुकसान का आंकलन किया। सभी ने व्यापारियों से बात की व घटना स्थल का दौरा कर करीब 30 से 35 लाख रुपए का नुकसान होने का आकलन किया और रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को सौंपी। एक्सईएन संजीव कुमार ने बैठक में सभी अधिकारियों व व्यापारियों के सामने स्वीकार किया कि बिजली निगम के कार्मिकों की गलती है ऐसे में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने इसकी जांच एक अन्य उच्च अधिकारी से करवाने की बात भी कही। वहीं दोषी लाइनमैन को हटाने की बात पर भी सहमति बनी।
पिछले दो माह में मंडी में चार से पांच बार लगी आग-
फल सब्जी व्यापार संघ के महामंत्री गोविंद सैनी ने बताया कि हमने कई बार मीटिंग कर कृषि उपज मंडी की सैक्रेटरी सुमन बगड़िय को मंडी में सफाई करवाने, कचरा निस्तारण, फल-सब्जी के अपशिष्ट को हटाने की मांग की है। वहीं साफ-सफाई की बात भी कही है लेकिन एक बार भी सेक्रेटरी ने हमारी बात पर ध्यान नहीं दिया है। ऐसे में पिछले दो माह में ही चार से पांच बार कृषि उपज मंडी में आगजनी की घटनाएं घटित हो चुकी है। कई बार कचरे के ढेर में भी आग लग गई है।