Shyam Baba: देवशयनी एकादशी पर उमड़ी भक्तों की रिकॉर्ड तोड़ भीड़, सीकर से जयपुर तक लग गया लंबा जाम, देखें तस्वीरें
Huge Traffic Jam: मोहर्रम की वजह से पुलिस को भी नहीं मिला पूरा जाब्ता, कदम-कदम पर बिगड़ती रही व्यवस्था। जिसका खामियाजा सीकर, चूरू, झुंझुनूं, हनुमानगढ़ और बीकानेर जाने वाले यात्रियों को भी भुगतना पड़ा।
Shyam Baba Devotees On Devshayani Ekadashi: बाबा श्याम के दर बढ़ती आस्था की कतार के आगे सिस्टम रविवार को पूरी तरह हार गया। कमजोर इंतजामों की वजह से जयपुर-बीकानेर हाइवे पर दिनभर जाम लगा रहा। बाबा के दरबार तक पहुंचने में भक्तों को कदम-कदम पर लापरवाही व्यवस्था से गुजरना पड़ा। पिछले एक महीने से चर्चा थी कि इस बार एकादशी के मेले में सात लाख से अधिक भक्तों के पहुंचने की संभावना है। इसके बाद भी प्रशासन की ओर से रींगस बस स्टैण्ड पर 200 मीटर में जलभराव की समस्या का समाधान नहीं कर सका। इस कारण सीकर, चूरू, झुंझुनूं, हनुमानगढ़ व बीकानेर जाने वाले यात्रियों को जाम की परेशानी भुगतनी पड़ी। हालत यह रहे कि जयपुर से सीकर आने में जाम की वजह से चार से छह घंटे का समय लगा। वहीं रींगस-खाटू मार्ग भी बंद करने के बाद भी खाटूश्यामजी में भी दिनभर जाम के हालात रहे। कई जगह भक्त पुलिसकर्मियों से ही उलझ गए। इधर, पुलिस की चुनौती यह रही कि एकादशी के दिन ही मोहर्रम आने के कारण पर्याप्त जाब्ता भी नहीं मिल सका।
रेलवे स्टेशन (फोटो: पत्रिका) जयपुर-सीकर हाईवे तथा रींगस-श्रीमाधोपुर अजीतगढ मार्ग पर जाम की स्थिति रही। जयपुर से रींगस तथा रींगस से सीकर रोड पर कई किमी लबे जाम रहा। सबसे ज्यादा बुरी हालत रींगस में मिल तिराहे पर रही। यहा पर वाहनो की रेलमपेल से वाहन चालक भी एक दूसरे से उलझते हुए नजर आए। पुलिस की सख्ताई और जाप्ते की कमी यहा पर साफ नजर आई। घटों जाम में हजारों वाहन फंसे रहे। प्राचीन श्याम मंदिर में दर्शनो के लिए लोगों को अपने वाहन अलग-अलग स्थानो पर खड़े कर पैदल आना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियो को पांव रखने की जगह नहीं मिली। जिसको जहा पर जगह मिली वही पर बैठ गया। यहा पर बनाया गया शैल्टर होम भी भक्तों के आगे छोटा पड़ गया।
रींगस से खाटू का 300 रुपए तक वसूला किराया
रींगस से खाटू का किराया कई चालकों ने 300 रुपए तक वसूला गया। कई यात्रियों ने विरोध भी किया लेकिन पुलिस के मेले की व्यवस्था में लगे होने की वजह से कोई सुनवाई नहीं हो सकी।
अंधेरे में मोबाइल की रोशनी से रास्ता तय करते रहे श्रद्धालु
मोबाइल की रोशनी में रास्ता तय करते श्रद्धालु (फोटो: पत्रिका) देवशयनी एकादशी मासिक मेले पर रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ पड़ी। रविवार देर शाम भीड़ का दबाव बढ़ता देख प्रशासन ने मुख्य मेला मार्ग और शनि मंदिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को बेरिकेटिंग कर केरपुरा तिराहे से चारण खेत और लामियां तिराहे की ओर डायवर्ट कर दिया। हालांकि लामियां तिराहे की तरफ रोशनी की व्यवस्था थी, लेकिन केरपुरा तिराहे से चारण खेत होकर लखदातार मैदान मार्ग पर पूरी तरह अंधेरा पसरा रहा। श्रद्धालुओं को मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाकर रास्ता तय करना पड़ा। इस अंधेरे मार्ग से गुजरने में खासकर बुजुर्ग और छोटे बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालात ऐसे बन गए कि प्रशासन की तमाम तैयारियां इस भारी भीड़ के सामने फेल होती नजर आईं।
इन चार लापरवाही से लगा रहा हाइवे पर जाम
जाम (फोटो: पत्रिका)
1. हाइवे किनारे जलभराव: जिम्मेदारों ने कोई इंतजाम नहीं किए
रींगस, मण्डा मोड व नानी इलाके में जलभराव की वजह से जाम की समस्या कई गुणा बढ़ गई। एकादशी के मेले का पहले से प्रशासनिक अधिकारियों को पता था लेकिन रींगस में जलभराव के सिस्टम को नहीं सुधारा। इस वजह से रींगस में यात्रियों को शनिवार को एक घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ा।
2. रींगस में हाइवे पर ही बस स्टैण्ड: दिनभर परेशान रहे लोग
हाइवे पर दिनभर जाम की वजह जलभराव के साथ बस स्टैण्ड का मुख्य मार्ग पर होना रहा। यहां एक तरफ जलभराव था तो दूसरी तरफ बस स्टैण्ड पर यात्रियों का मेला। इस कारण रींगस में दिनभर व्यवस्था बिगड़ रही। वहीं रींगस इलाके में भक्तों ने हाइवे किनारे अपनी वाहन पार्क कर दिए। इस वजह से जाम की समस्या बढ़ती रही।
3. खाटू में आने व जाने का कोई तय रूट नहीं:
भक्तों की भीड़ (फोटो: पत्रिका) एकादशी की वजह से खाटूश्यामजी में पांच लाख से अधिक भक्त पहुंचे। हाइवे से खाटू जाने के लिए कोई दो मार्ग तय नहीं होने का खामियाजा भी भक्तों ने भुगता। इस वजह से जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है। कोई मण्डा तिराहे से तो कोई रींगस रीको से तो कोई अन्य मार्ग से बाबा के दरबार में पहुंच रहा।
4. श्याम नगरी में अनियोजित होती बसावट
खाटूश्यामजी में लगातार अनियोजित होती बसावट भी भक्तों की परेशानी बढ़ा रही है। खाटूश्यामजी में मास्टर प्लान की पालना नहीं होने और अतिक्रमण काफी होने की वजह से भक्तों की लगातार चुनौती बढ़ रही है।
राहत के लिए ये प्रोजेक्ट जरूरी
सीकर में नए बाईपास का जल्द शुरू हो काम:
पिछले एक साल में कई बार नए बाईपास की घोषणा हो चुकी है। इसके बाद भी एक भी बाईपास का काम शुरू नहीं हुआ है। सीकर में बाईपास नहीं बनने तक खाटूश्यामजी व सालासर जाने वाले भक्तों के साथ स्थानीय लोगों को जाम की परेशानी से राहत नहीं मिल सकती है।
खाटूश्यामजी को चाहिए नई रिंग रोड:
खाटूश्यामजी में लगातार बढ़ती भक्तों की कतार की वजह से नए रिंग रोड की आवश्यकता है। यातायात प्रबंधन कमजोर होने की मुख्य वजह भी रिंग रोड का अभाव है। यदि यहां रिंग रोड के साथ हर जोन में पाकिंग स्टैण्ड बनते है तो भक्तों के साथ स्थानीय लोगों को काफी राहत मिल सकती है।
खाटूश्यामजी के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन
खाटूश्यामजी मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते हुए रेलवे सोमवार को रेवाड़ी- रींगस- रेवाड़ी मेला स्पेशल ट्रेन संचालित करेगा। गाड़ी संया 09633 सोमवार को रेवाड़ी से रात 10.50 बजे प्रस्थान कर मंगलवार को 1.35 बजे रींगस पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संया 09634 मंगलवार को रींगस से दोपहर 2.20 बजे रवाना होकर 5.20 बजे रेवाड़ी पहुंचेगी। ट्रेन रास्ते में अटेली, नारनौल, डाबला, नीमकाथाना, कांवट व श्रीमाधोपुर स्टेशनों पर रुकेगी।
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