गैंग ने इस तरह से वाहन बेचने के नाम पर राजस्थान व मध्यप्रदेश के कई लोगों के साथ धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। थानाधिकारी घनश्याम सिंह ने बताया कि 3 फरवरी को पंकज कुमार ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि आरोपी सद्दाम वगैरा ने सोशल मीडिया पर डंपर बेचने का विज्ञापन दिया था। जिस पर उसने संपर्क किया तो उक्त लोगों ने डंपर दिखाकर डंपर बेचने के नाम पर तीन लाख रुपए ऐंठ लिए।
आरोपियों ने वाहन उनका नहीं होने पर भी प्रार्थी के नाम से बेचान नामा बनवा दिया। पुलिस ने घटना की गभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार थाना स्तर पर अलग-अलग टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश करते हुए आरोपी सद्दाम पुत्र साबुदीन को जोधपुर से दस्तयाब किया।
फर्जी बेचान नामा से करते धोखाधड़ी
पुलिस ने बताया कि गैंग के सदस्य सोशल मीडिया पर वाहन बेचने के विज्ञापन अपलोड करने के बाद वाहन के फर्जी फोटो दिखाकर व फर्जी बेचाननामा तैयार कर लोगों से रुपए ऐंठते थे। लोगों से धोखाधड़ी करने के बाद अपने मोबाइल बंद कर मकान बदल देते थे। गैंग ने वाहन बेचने के नाम पर रुपए ऐंठ कर राजस्थान व मध्यप्रदेश के कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। जिसके संबंध में पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। इस टीम ने पकड़ा
पुलिस टीम में थानाधिकारी घनश्याम सिंह, हैड कांस्टेबल नरपत सिंह, कांस्टेबल शिवलाल, प्रवीण सिंह, नरेन्द्र सिंह शामिल थे।