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श्री गंगानगर

विद्युत उपखंड कार्यालय खुले तो किसानों को मिले राहत

राजियासर. राज्य सरकार ने जनता की बिजली समस्याओं को हल करने के लिए स्पॉट बिल देने,बिजली सब्सिडी जारी रखने तथा बिजली राहत शिविर आयोजित कर राहत पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण तथा किसानों की बिजली की समस्या कम होने का नाम नहीं रही हैं। जोधपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर की डेस्क से समस्या निस्तारण की प्रक्रिया फेल हो चुकी हैं।

श्री गंगानगरFeb 23, 2025 / 02:30 pm

Jitender ojha

राजियासर. राज्य सरकार ने जनता की बिजली समस्याओं को हल करने के लिए स्पॉट बिल देने,बिजली सब्सिडी जारी रखने तथा बिजली राहत शिविर आयोजित कर राहत पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण तथा किसानों की बिजली की समस्या कम होने का नाम नहीं रही हैं। जोधपुर विद्युत वितरण निगम की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर की डेस्क से समस्या निस्तारण की प्रक्रिया फेल हो चुकी हैं। राजियासर निवासी रामकिशन स्वामी ने बताया कि सूचना देने के बाद भी एफआरटी की टीम मौके नही आती हैं। यदि आ भी जाती हैं तो उनके पास टू फेस तथा फोर कोर तारे व अन्य सामान उपलब्ध ही नहीं होता हैं। अनेक उपभोक्ताओं के विद्युत मीटर खराब हो चुके हैं। इस कारण उपभोक्ताओं को एवरेज बिजली बिल दिए जा रहे हैंं। जबकि सर्दी में ग्रामीण क्षेत्र में बिजली का बिल कम आता हैं। लेकिन वर्तमान में बिजली के बिल अधिक आ रहे हैं। निगम के पास कृषि विद्युत मीटर तो उपलब्ध ही नहीं है. ऐसे में किसानों को भी एवरेज बिल थमाए जा रहे हैं। इन एवरेज विद्युत बिलों ने किसानों की तो नींद उड़ा कर रख दी हैं। सरकार के आदेश पर कस्बे में दस दिन पहले बिजली राहत शिविर लगाया गया था। उस दिन ग्रामीण व किसानों की बिजली समस्याएं सुनकर नये आएं सहायक अभियंता भी दंग रह गए थे। मालेर निवासी किसान रजीराम का कृषि विद्युत बिल नब्बें हजार आया। जबकि किसान का वास्तविक कृषि बिजली बिल दो हजार रूपये का था। उस दिन ग्रामीण तथा किसानों कृषि कनेक्शनों के सौ से अधिक बिलों में सुधार किया था। लेकिन अनेक ग्रामीणों के बिलों का निस्तारण नहीं हो सका। इस कारण सहायक अभियंता ने अन्य दिन दूसरा राहत शिविर लगाने का आश्वासन दिया। बिजली समस्याओं तथा व्यवस्थाओं को लेकर किसान भोजूसर,बछरारा तथा कस्बे के जीएसएस पर आंदोलन कर चुके हैं। जिसमें निगम के उच्चाधिकारियों ने किसानो की बिजली समस्याओं को हल करने का आश्वासन दिया था। लेकिन किसानों को राहत की उम्मीद धुंधली दिखाई देने लगी। किसानों की पिछले दो दिनों से विद्युत वोल्टेज कम रहने तथा बार बार कट की वजह से चक गोदारान,अमरपुरा चक, देईदासपुरा, बछरारा व भोजूसर सहित अनेक चकों में खेतों के ट््यूबवेल में लगी हजारो मोटरे जल गई। देईदासपुरा के किसानों ने बताया कि एक ओर सिंचाई पानी नही होने से किसानों की फसलें झुलस रही हैं।अब केवल ट््यूबवेल ही फसल बचाने का सहारा बने हैं।अब बिजली में बार बार कट लग तथा कम वॉल्टेज के चलते न केवल मोटरें जल रही हैं। बल्कि किसानों को निर्धारित छह घंटे बिजली भी नहीं मिल पा रही हैं। पिछले दो दिनों में ही कस्बे के दो ट्रांसफार्मरों में आग लग गई तथा विद्युत तार नीचे गिर गए।आए दिन विद्युत लाइनों में फॉल्ट आ रहें और कर्मचारी लोड सेङ्क्षटग का बहाना लेकर बार बार बिजली काट रहे हैं। किसानों ने बताया कि यदि सरकार इस क्षेत्र में लगे जीएसएस की जांच करवाएं,तो निगम की सारी खामियां बाहर आ जाएगी।

जर्जर पोल व तार

उप तहसील क्षेत्र में सरकार की ऐटा-ङ्क्षसगरासर ट््यूबवेल कनेक्शन योजना में लाखों ट््यूबवेल कनेक्शन हुए हैं। खारा पानी होने की वजह से खेतों में लगे विद्युत पोल जर्जर हो चुके हैं। चक गोदारान के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले जून जुलाई महीने में तेज आंधी चलने से हजारों की संख्या में विद्युत पोल गिरे थे। आंधी की वजह से बहुत से पोल जर्जर हो गए थे। इन जर्जर हुए विद्युत पोलो को विद्युत निगम ने अभी तक नहीं बदला हैं। 64 चक निवासी मेहरचंद खांतडिय़ा व राजियासर निवासी हेतराम हुड्डा ने बताया कि विद्युत निगम आए दिन रखरखाव के नाम पर कई घंटो की बिजली कटौती कर रहा हैं। बावजूद इसके ग्रामीणों क्षेत्रों में विद्युत तारें जर्जर हो चुकी हैं। गांवों में लगी वर्षों पुरानी बिजली की तारे अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। तारे गिरने से हादसा होने का आशंका बनी रहती हैं।जीएसएस कार्यालय मे सप्लाई संबंधी रिकॉर्ड तथा सप्लाई बंद के कारणों का दर्ज नहीं किया जा रहा हैं।
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राहत की उम्मीद धुंधली

टिब्बा क्षेत्र में विद्युत की अनेक समस्याओं को लेकर किसानों ने कई धरने प्रदर्शन हुए।कस्बे के जीएसएस के आमने बड़ा धरना प्रदर्शन किया जिसमें विद्युत निगम के उच्चाधिकारी आए। उच्चाधिकारियों के सामने किसानों ने सभी जीएसएस में स्थाई नंबर उपलब्ध करवाने, ट््यूबवेल ब्लॉक में दिए गए समय सारणी के हिसाब से विद्युत सप्लाई करने, अनावश्यक बार-बार कटौती नहीं करने तथा ढ़ीले तारों व पोलों को सही करने अनेक समस्याओं से अवगत करवाया। किसानों ने बताया कि डिमांड नोटिस भरने के बाद भी किसानों को जनवरी 2022 के बाद से विद्युत कृषि कनेक्शन नहीं मिले हैं तथा कई किसानों के कृषि कनेक्शन विद्युत मीटर खराब हो चुके हैं। विभाग के पास विद्युत मीटर उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में किसानों को एवरेज बिल थमाए जा रहे हैं।इससे किसानों को बिजली बिल बहुत ज्यादा आ रहे हैं तथा उन्हें सरकारी सहायता का लाभ भी नहीं मिला हैं। लेकिन किसानों की ओर से समस्याओं से बार-बार अवगत कराने के बाद भी डिस्कॉम अधिकारी गंभीर नहीं हैं। किसानों को राहत मिलने की उम्मीदें धुंधली होती जा रही हैं। अमरपुरा चक निवासी पेमाराम शर्मा व राजू शर्मा ने बताया कि निगम के उच्चाधिकारी बड़े-बड़े आश्वासन देकर चले गए देकर चले गए। लेकिन मात्र एक शिविर लगाकर औपचारिकता पूरी कर दी।

उपखंड कार्यालय खुलना चाहिए

किसान शीशपाल गोदारा, भागीरथ स्वामी, कानाराम गोदारा, मदनलाल शर्मा, पवन खांतडिय़ा, देवकरण गोदारा व श्रीपाल सारस्वा ने बताया कि उप तहसील में विद्युत विभाग का उपखंड कार्यालय नहीं होने के कारण टिब्बा क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।क्षेत्र के लोगों को मीटर बदलवाने,ट््यूबवेल के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाने तथा विद्युत संबंधी अन्य समस्त कार्यों के लिए कई किसानों सूरतगढ़ उपखंड कार्यालय तथा आधे किसानों को बीरमाना जाना पड़ रहा है। उप तहसील क्षेत्र में उपभोक्ताओं की संख्या ज्यादा हैं। टिब्बा क्षेत्र बहुत बड़ा हैं तथा यहां ट््यूबवेल कनेक्शन बहुत अधिक हैं। साथ ही ग्रामीण उपखंड में उपभोक्ताओं की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं। किसानों ने बताया कि राजियासर में कंवर सैन लिफ्ट केनाल का प्रथम पंङ्क्षपग स्टेशन,132 केवी जीएसएस कार्यालय व पुलिस स्टेशन सहित अनेक सरकारी कार्यालय है।ग्रामीणों ने विद्युत समस्याओं को देखते हुए उपतहसील पर विद्युत उपखंड कार्यालय खोले जाने से ही आमजन को राहत मिल सकेगी।

करवाया है अवगत

सहायक अभियंता अनूप कुमार ने बताया कि उनके पास बीरमाना के साथ विजयनगर कार्यालय का चार्ज भी हैं। उन्होंने हाल में ही पद ग्रहण किया हैं। उपभोक्ताओं की समस्या बहुत ज्यादा हैं तथा कार्यालय में कर्मचारियों की भी कमी हैं। बीरमाना कार्यालय में कृषि विद्युत के मीटर तथा फोर कोर तार उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने किसानों की समस्याओं से निगम के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया हैं। किसानों की बिजली समस्याओं को हल करने का प्रयास किया जा रहा हैं।

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