CG election 2025: भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिया त्याग पत्र
सुकमा में तो बवाल कुछ ज्यादा ही हो गया। यहां पर पार्टी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष क नाम पत्र लिखकर 18 लोगों ने सामूहिक त्यागपत्र दिया है। ज्ञात हो कि सुकमा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का गृहग्राम रहा है। यहां पर नाराजगी का आलम यह रहा कि भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सहित आधा दर्जन से अधिक पूर्व पार्षद और सक्रिय भाजपा कार्यकर्ताओं ने त्यागपत्र दिया है। जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के भतीजे मनोज देव भी शामिल हैं। मनोज ने अपने लिए पार्षद टिकट मांगा था।
पक्षपात से पहुंची मानसिक क्षति
सुकमा, बीजापुर व दंतेवाड़ा जिले के गीदम के कार्यकर्ताओं ने बताया कि पुराने कार्यकर्ताओं को अनदेखी लगातार लंबे समय से करते हुए उनको मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित किया जा रहा है, कि वह स्वयं पार्टी छोड़ के चले जाए। विधर्मी तत्वों जो कांग्रेस व कम्युनिस्ट पार्टी के दलालों को आश्रय देकर पार्टी में टिकिट दिया जा रहा है। सुकमा में 1 महीने पूर्व हुए मंडल अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया से भी हम संतुष्ट नहीं है, क्योंकि वह विधि विरूद्ध हुआ है व बहुमत का परीक्षण किए बिना आम सहमति बनाए बिना ही एक तरफा घोषणा कर दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता जिला संगठन के कार्य शैली से काफी परेशान है। अभी अन्य दलों से आए सदस्यों को पार्टी में नगरीय निकाय चुनाव की टिकट प्रदान की जा रही है तो ऐसे में पुराने कार्यकर्ताओं में एक तरफ नाराजगी देखने को मिला। बीते दिनों भाजपा के मंडल अध्यक्ष का नाम तय किया गया। जिसमें सुकमा मंडल में एक पार्टी कार्यकर्ता ने मंडल अध्यक्ष की दावेदारी की थी लेकिन उन्हें उपेक्षित किया गया।
इस्तीफा देकर बगावत पर उतरे पुराने कार्यकर्ता
CG election 2025: जिसकी वजह से भी कांग्रेस ज्वाइन किए थे फिर नाटककीय रूप से उन्हें दो दिन के अंदर भाजपा में पुन: ज्वाइन करवाया। वर्तमान में नगरीय निकाय चुनाव एवं पंचायत चुनाव में भी इसी तरह से पार्टी कार्यकर्ताओं की अपेक्षा की जा रही है और इसी कारण पुराने कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देकर बगावत पर उतर आए हैं। पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज देव ने बताया कि सुकमा नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव के टिकिट वितरण में अपारदर्शिता, पक्षपात, पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी, विधर्मी तत्वों को टिकिट के विरोध में पुराने सक्रिय सदस्यों की लगातार उपेक्षा एवं कांग्रेस व कम्युनिस्ट के दलालों को पार्टी में आश्रय देने के विरूद्ध सामूहिक त्याग पत्र देने का फैसला लिया। वर्तमान 2025 में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में सुकमा नगर पालिका चुनाव व त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के टिकिट वितरण में हुई गड़बडियों के संबंध में सामुहिक त्याग पत्र के दिया है।