उदयपुर। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि आज हमें गर्व है कि आदिवासी समाज के बच्चे कलक्टर-एसपी समेत कई बड़े प्रशासनिक पदों तक पहुंचे हैं। आज इस समारोह में समानित हुई प्रतिभाएं हमारा आने वाला सुनहरा भविष्य है।
खराड़ी मंगलवार को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं टीआरआई द्वारा नगर निगम स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में जनजाति प्रतिभा समान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारा संस्कार ठीक नहीं होगा तो हम कितने भी ऊंचे पद पर पहुंच जाए, सम्मान नहीं होगा।
बड़ों का आदर करना, हमारी संस्कृति को जिंदा रखना, हमारे पुरखों की जो विरासत है, उसको संजोए रखना हमारी जिम्मेदारी है। कहा कि निकट भविष्य में हम बच्चों को आईएएस की निशुल्क तैयारी भी करवाएंगे। उन्होंने योग्य और काबिल बनने की बात पर जोर देते हुए कहा कि सिर्फ नौकरी हासिल करना नहीं, हमें पढ़ लिख कर मालिक बनना है की मंशा के साथ आगे बढ़ना है। समाज और देश के प्रति जिमेदारी है, उसे हमें निभाना है।
शिक्षा के माध्यम से सशक्त होकर इस जिम्मेदारी को निभाना होगा। विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उदयपुर लोकसभा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने कहा कि प्रत्येक दिन बेहतर करने का संकल्प लें, आने वाले समय की बागडोर आप ही के हाथों में है। विकसित भारत संकल्प में आप सभी की प्रभावी भूमिका रहेगी, केंद्र और राज्य सरकार ने तय किया है कि जनजाति समाज के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने जीवन में पढ़ाई का महत्व बताते हुए स्वयं के अनुभवों से छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन ने कहा कि पढ़ाई का सकारात्मक असर परिवार और समाज में पड़ता है, साधारण से साधारण परिवार का व्यक्ति भी अपनी प्रतिभा से ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।
प्रतिभा समान समारोह में अनुसूचित क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली जनजाति छात्र-छात्राओं एवं युवक-युवतियों को प्रशस्ति पत्र एवं उपरणा ओढ़ाकर समानित किया। 10वीं कक्षा के 17 छात्र एवं 15 छात्राओं, 12वीं के 11 छात्र एवं 9 छात्राओं, राजपत्रित सेवा में चयनित 14 युवक एवं 12 युवतियों, नीट परीक्षा उत्तीर्ण 61 छात्रों एवं 40 छात्राओं, यूजी के 12 छात्रों एवं 9 छात्राओं, पीजी की 4 छात्राओं तथा पीएचडी के 3 छात्र को समानित किया।
समारोह में संभागीय एवं टीएडी आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, अतिरिक्त आयुक्त टीएडी गीतेश मालवीय, टीआरआई निदेशक ओपी जैन, टीएडी उपायुक्त रागिनी डामोर समेत विभागीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में जनजाति प्रतिभाएं एवं परिजन मौजूद रहे।