सिंहस्थ 2016 के दौरान सिंहस्थ बायपास मार्ग का निर्माण किया गया था, जिसका उद्देश्य यातायात प्रबंधन को सुधारना था। यह मार्ग इंदौर रोड शांति पैलेस चौराहे से शुरू होकर वर्तमान में उज्जैन-जावरा मार्ग के भैरवगढ़ तक जाता है।
आ सकते है 14 करोड़ से अधिक श्रद्धालु
सिंहस्थ 2028 में अनुमानित 14 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, इस कारण इस मार्ग को उन्नत कर फोरलेन में बदलने की योजना है। सोमवार को कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने इस परियोजना का मौका मुआयना किया। उन्होंने परियोजना में भू-अधिग्रहण कार्य को तेज गति से करने और टेंडर प्रक्रिया को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एमपीआरडीसी के संभागीय प्रबंधक एसके मनवानी और सहायक महाप्रबंधक दीपक कुमार शर्मा ने परियोजना की जानकारी दी। ये भी पढ़ें:
‘थार’ दो तभी बारात लेकर आऊंगा…’ दुल्हन करती रही इंतजार, अब लेगी बदला ! मार्ग पर 10 गांव आएंगे
फोरलेन होने से सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन और यातायात प्रबंधन में मदद मिलेगी। इस मार्ग के अंतर्गत नानाखेड़ा जीवनखेड़ी, सांवराखेड़ी, मंगरौला, जियापुरा, मोहनपुरा, भीतरी चक, कोलूखेड़ी, कालियादेह, सुरासा, ढाबला रेहवारी शामिल होंगे।
सुरासा तक बनेगा बायपास
इस बायपास मार्ग को 19.815 किलोमीटर में फोरलेन के रूप में उन्नत किया जाएगा। यह मार्ग शांति पैलेस से शुरू होकर उज्जैन-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत ग्राम सुरासा के समीप समाप्त होगा। इसके अलावा, 5 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड मार्ग भी प्रस्तावित है, जो ग्राम सुरासा के पास बनेगा।
सांवराखेड़ी में अंडरपास ब्रिज बनेगा
कलेक्टर ने शांति पैलेस रोड, शिप्रा ब्रिज और ग्राम सांवराखेड़ी का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां सांवराखेड़ी में अंडरपास ब्रिज बनाने के निर्देश दिए। बताया गया कि इस स्थान पर सिंहस्थ के दौरान बाहर से आने वाले वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने नागदा रोड स्थित रेलवे ओवरब्रिज, अंडरपास, जंक्शन और मोहनपुरा ब्रिज का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सिंहस्थ में यातायात प्रबंधन की दृष्टि से मोहनपुरा क्षेत्र को महत्वपूर्ण बताया। इसके अलावा, कलेक्टर ने नईखेड़ी मार्ग और नईखेड़ी स्थित रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया।